इस मौके पर यातायात पुलिस निरीक्षक (उत्तर) सुरेश स्वामी ने स्कूली बच्चों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि इनकी पालना नहीं करने पर लोग कैसे दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। हेलमेट और सीट बैल्ट दुर्घटना के समय लोगों के लिए जीवन सुरक्षा कवच का काम करते हैं।
निरीक्षक स्वामी ने बताया कि सभी को वाहन में बैठने के साथ ही टै्रफिक नियमों की पालना करनी चाहिए। बच्चों को सीख दी कि वे अपने परिजन और परिचितों को भी ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करें। आमेर महल में बच्चों के साथ बड़ी संख्या में पर्यटकों भी ट्रैफिक नियमों से रू-ब-रू हुए। अंत में 60 सदस्यीय बच्चों के दल ने 18 वर्ष से पहले दुपहिया वाहन नहीं चलाने, हेलमेट पहनने और सीट बैल्ट बांधने के साथ अन्य ट्रैफिक नियमों की पालना करने की शपथ ली।