-लंदन से आने वाले स्प्रेयर मशीनों में विलंब जैसलमेर जिले के धनाना क्षेत्र में 140 आरडी क्षेत्र में हेलिकॉप्टर से कीटनाशक का स्प्रे कर 50 से ज्यादा हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया। इसके साथ ही जिले में 351 हेक्टेयर क्षेत्र मे टिड्डी नियंत्रण किया गया, जिनमें पोकरण, डेलासर, एकां, अमीरों की बस्ती प्रमुख रूप से शामिल है। उन्होंने बताया कि शनिवार को जैसलमेर में 908 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण की कार्यवाही की गई। जिले के मुल्ताना, फतेहगढ़, बांधा, ओला, सोढ़ाकर पोकरण, दूधिया आदि क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर, ड्रोन, व्हीकल माउंटेन स्प्रेयर के जरिए टिड्डी नियंत्रण किया गया। वहीं दूसरी तरफ टिड्डी नियंत्रण विभाग के उप निदेशक डॉ. के.एल. गुर्जर ने बताया कि सीमा पार से आ रही टिड्डियों को नष्ट करने के लिए भारतीय वायुसेना के एम.आई 17 हेलिकॉप्टर की रविवार को पहली ट्रायल उड़ान आयोजित की गई। लंदन से आने वाले स्प्रेयर मशीनों में विलंब होने के बाद एम.आई 17 हेलिकॉप्टर को इंडोजीनियस स्प्रेयर मषीन से सुसज्जित किया गया था तथा इसकी फलौदी क्षेत्र में उड़ान आयोजित कर टिड्डी नियंत्रण की कार्य प्रणाली को जांचा परखा गया।
-देश में करीब 60 टीमें उन्होंने बताया कि फलौदी भीकमपुर क्षेत्र में करीब 200 हेक्टेयर क्षेत्र में टिड्डी नियंत्रण किया गया। इसके अलावा जैसलमेर में भी निजी हेलिकॉप्टर से टिड्डी नियंत्रण कार्य करवाया जाएगा। फिलहाल टिड्डियों को नष्ट करने के लिए पूरे देश में करीब 60 टीमें लगी हुई हैं और आगामी दिनों में 45 टीमें और नई जोड़ी जाएगी। वर्तमान में अब तक करीब 2.50 लाख हेक्टेयर में पूरे देश में टिड्डी नियंत्रण किया गया हैं तथा कुल 25 ड्रोन में से 15 ड्रोन राजस्थान में मिल चुके हैं उनके जरिए भी टिड्डी नियंत्रण किया जा रहा है। आने वाले दिनों में बाकी के ड्रोन भी मिल जाएंगे।
-नौ राज्यों के 100 से ज्यादा जिलों में प्रकोप उन्होंने बताया कि लंदन से पांच स्प्रेयर हेलिकॉप्टर मशीनें मंगवाई गई हैं, उनेके सितंबर तक भारत को डिलीवरी मिलने की संभावना है। वर्तमान में देश में करीब नौ राज्यों में 100 से ज्यादा जिलों में टिड्डी का प्रकोप देखा गया हैं, जिन्हें नष्ट किया जा रहा है।