जबाव—यह सही है कि रफ्तार कम है। लेकिन राजस्थान मे पानी को लेकर परिस्थतियां और चुनौतियां काफी कठिन हैं। हमने जयपुर,दौसा या अन्य जिलों में दौरे में देखा कि पेयजल कनेक्शन के काम की गुणवत्ता राजस्थान में अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतर है।
जबाव— इस वर्ष लक्ष्य पूरे नहीं हो तो भी कोई चिंता की बात नहीं है। राजस्थान जल जीवन मिशन के इंजीनियरों की टीम अच्छा काम कर रही है। 2024 तक 84 लाख पेयजल कनेक्शन का लक्ष्य आसानी से पूरा होगा। एक दो महीने बाद जमीन पर काम दिखने लगेगा।
जबाव—इसलिए तो एक्सपर्ट की टीम राजस्थान दौरे पर आई है। जहां सतही पानी नहीं है वहां दूसरी जगह से पानी लाएंगे। रिजर्ववायर या टेंक बनाएंगे या अन्य कोई विकल्प तलाश करेंगे जिससे तय लक्ष्य को पूरा कर सकें।
विवाद की कोई बात नहीं है। केन्द्र ने काफी पैसा राज्य को दे दिया है। अगर कमी होगी तो केन्द्र सरकार फंड उपलब्ध कराएगी।