युवाओं को पसंद नहीं
कुछ युवाओं का मानना है कि बदलते समय के साथ जापान का कागजी कार्रवाई जैसी परम्पराओं से चिपके रहने का सीधा असर समाज पर पड़ रहा है और इससे देश एक पीढ़ी पीछे चल रहा है। एक एचआर कम्पनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मासायुकी ओगाता का कहना है कि हर साल कंपनी के कर्मचारियों को कई फॉर्म भरने होते हैं, इनमें आयकर रिटर्न, पेंशन, बीमा, सम्पत्ति संबंधित व अन्य शामिल हैं, इसके लिए कागजी कार्रवाई अनिवार्य है।
पेपर आधारित तकनीक ने गत वर्ष टोक्यो में हुए मोटर शो में भी उपस्थिति दर्ज कराई। दुनिया के सबसे बड़े कागज उत्पादकों में से एक ओजी पेपर ने एक बड़ी कार कंपनी के साथ मिलकर ग्लास और सेल्यूलोज नैनोफाइबर से बने विंडस्क्रीन तैयार किए हैं, जो पारंपरिक ऑटोमोटिव ग्लास की तुलना में अधिक मजबूत है।
– जापानी वाशी पेपर बनाने के लिए कोजो (एक प्रकार का शहतूत) की जड़ों को उबाला जाता है और फिर बाहरी आवरण को हटाकर उसे सुखाया जाता है। इन फाइबर्स से स्टार्च, वसा और टेनिन को हटाने के लिए फिर से इसे लाई के साथ उबाला जाता है। इसके बाद लाई को अलग करने के लिए बहते पानी में रखा जाता है।
– इसके बाद हाथ से तंतुओं में शेष अशुद्धियों को हटाया जाता है। इसके बाद इसे एक बोर्ड पर रखकर समतल किया जाता है। लुगदी बनाने के बाद इसे सपाट जगह पर रखकर पेपर का रूप दिया जाता है। यहां दो तरीके से पेपर बनते हैं पहला नागशी जुकी और दूसरा तम जुकी।