जवाहर कला केंद्र ( JKK jaipur ) की महानिदेशक मुग्धा सिंहा ने बताया कि ‘कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस’ के तहत कलाकारों के बुनियादी विवरण के साथ ही प्रदर्शन कलाएं, दृश्य कलाएं, साहित्यिक कलाएं, लुप्त होती कलाएं, घुमंतू कलाएं, लोक कलाएं, जनजातिय जैसी कलाओं और अन्य कला शैलियों को शामिल किया गया है। इसमें लगभग सभी विधाओं के कलाकारों का डेटा एकत्र हो सकेगा। ऐसा करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य है।
परफोरमिंग आर्ट्स के तहत संगीत कला में गायक, वादक एवं अन्य, फिल्म/टेलीविजन कला में अभिनेता, अभिनेत्री, निर्देशक, प्रोड्यूसर, लाईन प्रोड्यूसर, पटकथा लेखक, मेकअप कलाकार एवं अन्य शामिल हैं। इसी प्रकार नृत्य कला में शास्त्रीय, समसामयिक, पश्चिमी, लोक, जनजातिय एवं अन्य और अन्य कला स्वरूप के तहत नाटक, थिएटर, नुक्कड़ नाटक, तमाशा एवं नट कलाकार शामिल हैं।
इसी तरह, दृश्य कला के तहत पेंट आर्ट में वॉटर कलर, ऑयल, एक्रेलिक, स्केच आर्ट, मंडाला आर्ट, प्रिंट मेकिंग, वुडकट, एमब्रॉयडरी आर्ट, डिजिटल आर्ट, ग्राफिक आर्ट एवं अन्य शामिल है। विजुअल आर्ट के तहत अन्य कला शैलियों में स्कल्प्चर, सिरेमिक्स, ब्लू पॉटरी सहित पॉटरी, टेक्सटाइल ब्लॉक मेकर्स, रंगोली, माँडना, फ्लोर अथवा वॉल आर्ट, ज्वैलरी थेवा अथवा मीनाकारी अथवा कुंदन, टैटू, गोदना एवं अन्य कलाएं भी शामिल है।
साहित्यिक कला के तहत लेखक, अनुवादक, संपादक, प्रकाशक, कवि और जिनेलोेजिस्ट शामिल हैं, जबकि घूमंतू कला में केश सज्जा कलाकार, सर्कस, कठपुतली, बेहरूपिया और अन्य शामिल हैं। अन्य हैंडक्राफ्ट शैलियों में बुनाई, कढ़ाई, क्रोशेट, शटल, फोटोग्राफी, बढ़ईगीरी और अन्य शामिल हैं।