जयपुर विकास प्राधिकरण जयपुर-दिल्ली रेललाइन (Jaipur-Delhi Railline) पर गांव के निकट दांतली सिक्स लेन ओवरब्रिज (Six lane ROB) बना रहा है। इस आरओबी की लम्बाई करीबन 800 मीटर है। इस पर 99 करोड़ रूपए की लागत अनुमानित है। जेडीए ने जब वर्ष 2016 में आरओबी का काम शुरू किया, तब इसकी डैडलाइन अगस्त 2018 तय की। लेकिन अगस्त 2018 तक जेडीए आरओबी का सिर्फ 40 फीसदी काम ही पूरा कर पाया। इसके बाद वर्ष 2018 में प्रदेश में सरकार बदल गई और नई सरकार के कार्यकाल में जेडीए ने अक्टूबर 2019 की नई डैडलाइन तय की। जेडीए प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के दौरान नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने दीवाली तक जयपुर को दांतली आरओबी की सौगात देने की बात कही थी। लेकिन दीपावली आने में सिर्फ एक पखवाड़ा बाकी है, जबकि दांतली आरओबी का काम पूरा होने में अभी महीनों लगेंगे।
दांतली आरओबी प्रोजेक्ट की लम्बाई करीब 800 मीटर है। आरओबी के जयपुर साइड के हिस्से में कुछ भूमि राजस्थान आवासन मंडल (Rajasthan Housing Board) की थी। जेडीए ने आरओबी निर्माण के लिए आवासन मंडल से जमीन की मांग की। इसके बाद महीनों तक जेडीए और आवासन मंडल के बीच जमीन को लेकर खींचतान चलती रही। जमीन को लेकर तकरार इतनी बढ़ गई कि तत्कालीन नगरीय विकास मंत्री को दखल देना पड़ा, तब जाकर हाउसिंग बोर्ड ने जमीन जेडीए को दी। इसके कारण करीब एक साल तक आरओबी का काम अटका रहा। अब आरओबी का गोनेर साइड में ढलान बनाने का काम बाकी है। इसका निर्माण करने में करीब 2 महीने का वक्त लगेगा। निर्माण कार्य पूरा होने पर भार क्षमता से जुड़े परीक्षण किए जाएंगे। इस पूरी प्रक्रिया में 4 से 5 महीने तक का समय लगेगा। यानी कि दांतली आरओबी दीवाली की बजाय होली तक ही पूरा हो पाएगा, वो भी तब जब जेडीए पूरी तेजी से काम हो।
दांतली ओवरब्रिज बनने से नेशनल हाईवे-11 (NH-11) और नेशनल हाईवे-12 (NH-12) की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही जयपुर से गोनेर और दांतली की तरफ जाने वाले लोगों को बार—बार फाटक बंद होने से लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी। जानकारी के अनुसार जयपुर—सवाई माधोपुर रेलवे लाइन पर रोजाना 50 से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं। इसके कारण अक्सर फाटक बंद रहता है और लोगों को फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता है। आरओबी बनने के बाद लोगों को इससे राह मिलेगी।