1947 में भारत की आजादी के बाद की थीम पर आधारित यह प्रदर्शनी विभिन्न विषयों पर आधारित होगी। इन थीम में राष्ट्रीय आंदोलन, खादी एवं 20वीं शताब्दी के आरम्भ से मध्य में यूरोपियन.औपनिवेशिक संघर्षो से हुए प्रभावों तथा 1950 से वर्तमान समय की अंतर्राष्ट्रीय आधुनिकता के साथ हुए जुड़ाव शामिल होंगे। इसी प्रकार इसमें 1970 के दशक से ग्राम आधारित शिल्प एवं वस्त्रों में आरम्भ होने वाले बदलाव भी यहां प्रदर्शित किए जाएंगे जिसमें जरिए टेक्सटाइल को मूर्तिकला के साधनों एवं रूपकों के अतिरिक्त शहरी वस्त्रों की वर्तमान डिजाइन और भारतीय सादगी दर्शाई जाएगी।
प्रदर्शनी में अमित अग्रवाल, बशोबी तिवाड़ी, बेरेनाईस इलिना, चारू वाधवा, घिओरा अहारोनी, मनीषा अरोड़ा, रितेन मजूमदार,रितु कुमार, संजय गर्ग एवं तूफान रफाई आदि का काम प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही अब्राहम एंड ठाकुर, अनोखी, बंधेज, खमीर, लेसेज, द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, द रजिस्ट्री ऑफ सारीज और द वीवर्स सर्विस सेंटर्स जैसे स्टूडियोज, ब्रांड्स एवं संगठनों का प्रतिनिधित्व रहेगा।
प्रदर्शनी में द देवी आर्ट फाउंडेशन, नई दिल्ली, लेखा एंड अनुपम पोद्दार, नई दिल्ली, प्रिया पॉल नई दिल्ली, द म्यूजियम ऑफ आर्ट एंड फोटोग्राफी बैंगलूरू और डॉ. मोनिशा अहमद मुम्बई की ओर से प्रासंगिक आर्ट और टेक्सटाइल कलेक्शनंस को प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी में नेचर मॉर्ट एंड आर्ट, मोटिफ नई दिल्ली और झावेरी कंटम्परेरी मुम्बई जैसी गैलरीज की ओर से भी योगदान दिया जाएगा।