मंच पर जीवंत हुआ राजकुमारी मीरा से कृष्णभक्त ‘मीरा बाई’ बनने का सफर
-जेकेके में तीन दिवसीय यंग डायरेक्टर थिएटर फेस्टिवल का आगाज
जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के मंच पर यंग डायरेक्टर्स की मेहनत साकार हुई। मौका था मंगलवार को शुरू हुए तीन दिवसीय यंग डायरेक्टर थिएटर फेस्टिवल का। फेस्ट के पहले दिन साहिल आहूजा की ओर से निर्देशित नाटक ‘मीरा’ का मंचन किया गया। नाटक मीरा प्रसिद्ध लेखक गुरचरण दास के प्ले पर आधारित था, जिसका अनुवाद चिराग खंडेलवाल की ओर से किया गया। नाटक में मीरा के राजकुमारी से कृष्णभक्त ‘मीरा बाई’ बनने के सम्पूर्ण सफर को प्रभावी तरीके से चित्रित किया गया। नाटक में बताया गया कि मीरा किस प्रकार स्वयं को भक्ति के प्रतिरूप में स्थापित करती है। नाटक के आरम्भ में पांच लोग प्रेम के बारे में चर्चा करते हुए दिखाए जाते हैं। नाटक में विभिन्न घटनाओं के द्वारा बताया गया कि मीरा किस प्रकार भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन होती जाती है और कृष्ण को ही अपना सबकुछ मान लेती है। उसकी ननंद की ईष्र्या, मीरा की हत्या के प्रयास और मीरा द्वारा पिया गया विष का प्याला, किस प्रकार अमृत बन जाता है। नाटक में कृष्ण भक्ति के लिए ‘मीरा’ के घर छोडऩे पर उसके पति की मनोस्थिति भी दर्शायी गई। नाटक को प्रभावी बनाने के लिए हिंदी एवं उर्दू भाषा का उपयोग किया गया। भानु प्रिया भाटिया, अनुरंजन शर्मा, गरिमा शर्मा, सौरभ सोनी, एनी आर मलिक, श्रेया अरोड़ा और रोहन सिंह ने नाटक के कालाकारों और पात्रों को मंच पर जीवंत कर दिया।
यंग डायरेक्टर थिएटर फेस्ट के दूसरे दिन बुधवार को शाम 6.30 बजे रंगायन में चित्रार्थ मिश्रा के नाटक ‘एक और दुर्घटना’ का मंचन किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश में युवा थिएटर डायरेक्टर्स को प्रमोट करने और उन्हें मंच प्रदान करने के उद्देश्य से तीनों युवा निर्देशकों को नाटक तैयार करने के लिए जवाहर कला केंद्र की ओर से एक-एक लाख रुपए की ग्रांट दी गई थी।
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