वसुंधरा राजे इन दिनों दिल्ली में ही हैं और उन्होंने पिछले दिनों नड्डा और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी। राजे अगर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रहती हैं तो प्रदेश की सियासत में भी उनका पूरा दखल रहेगा। यही नहीं राष्ट्रीय कार्यसमिति में भी उनके कैंप के नेताओं को जगह मिल सकती है। हालांकि राजे प्रदेश में ही रहकर काम करने की बात केंद्रीय नेताओं के समक्ष रख चुकी हैं। आपको बता दें कि सतीश पूनियां की टीम से पहले नड्डा की टीम की घोषणा होनी थी। मगर पूनियां की टीम में कई नेताओं को जगह मिल चुकी है। ऐसे में राजस्थान से तीन या चार नेताओं को नड्डा अपनी टीम में जगह देंगे।
नेताओं को मिलेगा फायदा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अगर नेताओं को जगह मिलती है तो उन्हें सीधे तौर पर फायदा मिलेगा। केंद्र की राजनीति में सक्रियता के साथ ही राजस्थान में भी उनकी पैठ रहेगी। ऐसे में राजस्थान विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में उनके सुझावों को ज्यादा तवज्जो दी जाएगी।