पूर्व जजों ने टिप्पणी पर जताई आपत्ति
अदालत की टिप्पणी पर महिला एक्टिविस्ट्स और पूर्व जजों ने आपत्ति जताई है। उन्होंने मांग की कि इस मामले में हाई कोर्ट को दखल देना चाहिए। पीडि़ता ने कहा कि वह जल्द हाई कोर्ट का रुख करेगी। पीडि़ता के करीबियों ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि सोशल मीडिया की कुछ तस्वीरों को अदालत में पेश किया गया।
कोर्ट का सवाल
अदालत ने सवाल उठाया कि इस मामले में एफआइआर दर्ज करने में देर क्यों हुई। घटना फरवरी 2020 की बताई जा रही है, जबकि एफआइआर इस साल दर्ज हुई। शिकायत में पीडि़ता ने बताया कि आरोपी लेखक ने जब सारी हदें पार कर दीं तो उसने शिकायत दर्ज कराने का फैसला किया।