अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो दर्द निवारक का काम करते हैं। जिन्हें अर्थराइटिस व घुटनों में दर्द जैसी समस्या होती है, उनके लिए अदरक फायदेमंद होता है। अदरक सूजन दूर करने में भी सहायक होता है।
जिन्हें कैंसर की बीमारी होती है, उन्हें कीमोथैरेपी दी जाती है। कीमोथैरेपी के बाद रोगी को जी-मिचलाने की समस्या होती है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इससे कीमोथैरेपी के बाद जी-मिचलाने की समस्या से राहत दिलाने में मदद मिलती है।
अदरक माइग्रेन के दर्द में राहत देता है। अदरक प्रोस्टाग्लैंडिन को रक्त वाहिकाओं में सूजन पैदा करने से रोकता है। इससे माइग्रेन की समस्या से राहत मिलती है। माइग्रेन का दर्द होता है, तो अदरक की चाय पीएं या अदरक का पेस्ट माथे पर लगाएं।
अदरक से पाचन शक्ति को भी मजबूती मिलती है। अदरक के सेवन से पित्त की थैली से पित्त निकालने में मदद मिलती है। अदरक गैस के कारण पेट में होने वाली ऐंठन व दस्त जैसी समस्या से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
उच्च रक्तचाप की परेशानी में अदरक फायदेमंद साबित होता है। अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायक होते हैं। आपको उच्च रक्तचाप की परेशानी है तो अदरक की चाय फायदेमंद होगी।
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो अदरक आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। अदरक को फैट बर्नर माना जाता है, जो न सिर्फ वजन कम करता है, बल्कि अतिरिक्त फैट को भी कम करता है। वजन कम करने के लिए अदरक काम में लें।
अदरक इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। कमजोर इम्यूनिटी के कारण व्यक्ति को बीमारियां जल्दी घेर लेती हैं। अदरक में एंटीवायरल गुण होते हैं, तो यह ऐसी बीमारियों से बचाने में मदद करता है। इसलिए अदरक का इस्तेमाल जरूर करें।
अदरक को खाने से इंसुलिन स्तर बढ़ सकता है। यह शरीर में शर्करा की मात्रा घटा सकता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीज अदरक का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
इससे कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अतिरिक्त रक्तस्राव होने की समस्या हो सकती है।
अदरक का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से आपको हृदय संबंधी परेशानी हो सकती है। इसलिए अधिक मात्रा में अदरक नहीं लें।