सेंट्रल हिलाल कमेटी के संयोजक चीफ काजी राजस्थान ख़ालिद उस्मानी ने ऐलान किया है कि ईद उल फ़ितर 25 मई को मनाया जाएगा। यह फ़ैसला हिलाल कमेटी के सभी सदस्यों के मशवरे व रज़ामंदी से तय किया गया है। इस मशवरे में वीडियो कॉलिंग के ज़रिये चीफ़ क़ाज़ी ख़ालिद उस्मानी सहित शहर मुफ़्ती मोहम्मद ज़ाकिर नोमानी,सैय्यद मुफ़्ती वाजिद उल हसन, इमाम जामा मस्जिद मुफ़्ती सैय्यद अमजद अली शामिल थे।
चीफ़ क़ाज़ी ने मुसलमानों से लॉकडाउन के चलते सरकारी निर्देशों और सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अपने घरों में ईद की नमाज़ की अदा करने की अपील भी की है। जामा मस्जिद कमेटी ने इसके साथ ये भी अपील की है कि ईद पर बाजारों का रुख बिल्कुल भी ना करें। ईद पर की जाने वाली खरीदारी का पैसा बचा कर जरूरतमंदों की मदद पर खर्च करें।
बाजारों की बात करें तो शहर में आधे से ज्यादा बाजार खुल चुके हैं, लेकिन अभी भी बाजारों से रौनक गायब है। हालांकि कल ईद का त्योहार है, फिर भी रेडीमेड गारमेंट्स, वस्त्रालय, जनरल स्टोर और कास्मेटिक्स की दुकानों में ग्राहकों की जो रौनक होनी चाहिए, वो दिखाई नहीं दे रही हैं। दुकानदारों का कहना है कि बिक्री नाम मात्र की ही हो रही है। शाम तक दुकानें खुली रहती हैं, लेकिन फिर भी बिक्री नहीं हैं। लोग सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन कर रहे हैं और जरूरत का सामान खरीदने के लिए बाजार में पहुंच रहे हैं। जिससे दुकानों पर गिने चुने ग्राहक तो नजर आ जाते हैं, लेकिन जयपुर के बाजारों में जिस तरह से भीड़ आती थी, वह नजर नहीं आती हैं। व्यापारियों का कहना है कि ईद के चलते भीड़ बढऩे की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है।
उधर, शहर में ईद पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि लॉकडाउन की पालना में जो पुलिस बल लगा है, ईद पर सुरक्षा की विशेष निगरानी भी रखेगा। 4 आरएसी की अतिरिक्त कंपनी और एसटीएफ की कंपनी जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में तैनात रहेगी। हालांकि कफ्र्यू क्षेत्र में लोगों से घरों में ही रहकर एक दूसरे को बधाई देने का आह्वान किया है।