सरकार ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान अप्रैल 2019 में सचिन पायलट की सुरक्षा उपमुख्यमंत्री होने के नाते बढाई थी। उन्हें पहले वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी, जिसे बढाते हुए उसे जेड श्रेणी किया गया था।
जयपुर जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलने के साथ ही सादुलपुर से कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया ने उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट से बराबरी कर ली है। दरअसल, अब कृष्णा पूनिया से पहले इसी श्रेणी के सुरक्षा घेरे में सचिन पायलट को को पहले ही लिया जा चुका है। ऐसे में अब जितने पीएस और कमांडो पायलट के पास हैं उतने ही सुरक्षाकर्मी कृष्णा पूनिया के पास भी ‘राउंड-द-क्लॉक’ मौजूद रहेंगे।
पायलट को भी रहा है जान का खतरा दरअसल, सरकार ने पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान अप्रैल 2019 में सचिन पायलट की सुरक्षा उपमुख्यमंत्री होने के नाते बढाई थी। उन्हें पहले वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी, जिसे बढाते हुए उसे जेड श्रेणी किया गया था। तब भी पायलट को जान का संभावित खतरा होने का हवाला दिया गया था। गृह विभाग ने इंटेलिजेंस की सिफारिश पर पुलिस मुख्यालय से पायलट को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के आदेश दिए थे।
पूनिया को भी जान के खतरे की आशंका चुरू जिले के सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दिए जाने के आदेश जारी हुए हैं। चुरू जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने विधायक को जान का खतरा होने का हवाला देते हुए ये आदेश जारी किये हैं।
अब ऐसी रहेगी पूनिया की सुरक्षा आदेश के मुताबिक़ विधायक कृष्णा पूनिया की सुरक्षा के लिए वर्त्तमान में तीन पीएसओ की सुरक्षा प्रदान की हुई है। ये ‘राउंड द क्लॉक’ उनकी हिफाज़त के लिए तैनात रहते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से विधायक की जान को खतरा होने की आशंका के चलते उनकी सुरक्षा को बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी की किया जा रहा है। साथ ही उनके पति वीरेंद्र पूनिया को भी सुरक्षा देते हुए अलग से दो पीएसओ तुरंत प्रभाव से तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।
आदेश में कहा गया है कि विधायक कृष्णा पूनिया को पूर्व में उपलब्ध करवाए गए ‘राउंड द क्लॉक’ तीन पीएसओ को समायोजित करते हुए ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा के अनुसार और उनके पति को सुरक्षा प्रदान की जाती है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों राजगढ़ एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई सुसाइड प्रकरण में कृष्णा पूनिया का नाम आया था। भाजपा नेताओं ने नाम लेकर उनके खिलाफ इस सुसाइड मामले से जुड़े होने के आरोप लगाए थे। हालांकि पूनिया ने अपनी सफाई में सभी तरह के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।
सीबीआई कर रही मामले की जांच विष्णु दत्त विश्नोई सुसाइड प्रकरण की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है। जांच एजेंसी के अफसर फिलहाल चुरू और राजगढ़ में ही कैम्प कर सुसाइड प्रकरण में से पर्दा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच सादुलपुर विधायक पूनिया को जेड श्रेणी की सुरक्षा के आदेश जारी हुए हैं।