एसीबी के एएसपी आलोकचन्द्र शर्मा के नेतृत्व में टीम ने बुधवार दोपहर को कमिश्नरेट में आरोपी राजेश तिवाड़ी को रिश्वत की राशि लेते ही पकड़ लिया। मौके पर ही एसीबी ने आरोपी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए। एएसपी आलोक चन्द्र शर्मा ने बताया कि इस संबंध में पुलिस लाइन के कांस्टेबल सुनील ने एसीबी में शिकायत की थी। शिकायत में बताया कि वह तीन माह मेडिकल पर था। आरोपी राजेश ने उसकी तनख्वाह तो बना दी, लेकिन हार्ड ड्यूटी अलाउंस 17000 हजार रुपए बनाने के बदले 8000 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है। सत्यापन में पुष्टि होने के बाद बुधवार को आरोपी को रिश्वत की राशि देना तय हुआ था।
दो हजार की रिश्वत लेते धरा गया
उधर भीलवाड़ा एसीबी की प्रथम शाखा ने बुधवार दोपहर मांडल पंचायत समिति के ग्राम विकास अधिकारी को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा। रिश्वत की यह राशि पट्टा बनवाने की एवज में मांगी गई थी। सीदड़ियास गांव के देवीलाल जाट को पट्टा बनवाने के लिए ग्राम पंचायत विकास अधिकारी हरजीत यादव के पास गया। उसने पट्टा बनवाने के लिए दो हजार रुपए की घूस मांगी। जिस पर देवीलाल ने भीलवाड़ा एसीबी में शिकायत की। शिकायत का सत्यापन कराया तो सही पायी गई। हरजीत यादव ने परिवादी को रिश्वत देने के लिए मांडल बस स्टैण्ड पर बुलाया और दो हजार रुपए लिए। पहले से मौजूद एसीबी की टीम ने हरजीत को रंगे हाथों धर लिया।