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जयपुर

जिलों में टिड्डियों का आतंक, किसानों को मिलेगा अनुदान

Grasshopper Attack In Rajasthan : राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में टिड्डियों के दल बड़ी संख्या में खेतों में हमला कर किसानों की फसल को चौपट कर रहे हैं।

जयपुरSep 18, 2019 / 04:41 pm

Ashish

जिलों में टिड्डियों का आतंक, किसानों को मिलेगा अनुदान

जिलों में टिड्डियों का आतंक, किसानों को मिलेगा अनुदान

जयपुर
Grasshopper Attack In Rajasthan : राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में टिड्डियों के दल बड़ी संख्या में खेतों में हमला कर किसानों की फसल को चौपट ( Destroying Crops ) कर रहे हैं। प्रशासन ( Administration ) टिड्डियों के खात्मे के लिए लगातार अपनी कोशिशें कर रहा है लेकिन कई स्थानों पर टिड्डियों को मार गिराने में प्रशासन की मदद किसानों को नहीं मिल पा रही है। ऐसी स्थितियों में अब राज्य के कृषि विभाग ने यह साफ कर दिया है कि किसान खुद भी टिड्डियों को मार सकते हैं। इसके लिए उन्हें पहले जानकारी देनी होगी। टिड्डियों को मारने के लिए किसानों को अनुदान भी मिलेगा। आपको बता दें कि राजस्थान के अन्तरराष्ट्रीय सीमा से सटे जिलों में पिछले कई दिनों से टिड्डियों का जबर्दस्त आतंक हैं। टिड्डियों के दल खेतों पर हमला बोलकर लगातार फसल चौपट कर रहे हैं। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई हैं।

किसान परेशान हैं कि उनकी कड़ी मेहनत के बाद खेतों में खड़ी हुई खरीफ की फसल टिड्डियों के दल लगातार चट कर रहे हैं। प्रदेश के बीकानेर, जैसलमेर के साथ अन्य सीमावर्ती क्षेत्रोें में टिड्डी दलों का आतंक है। बीकानेर जिले के अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हुए गांवों में खेतों में पिछले कई दिनों से टिड्डियां भारी नुकसान पहुंचा रही है। हालांकि टिड्डियों को मारने के लिए टिड्डी नियंत्रण दल के साथ प्रशासन के कर्मचारी भी कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब नए आदेश के मुताबिक किसान भी टिड्डियों को मार सकता है। इसके लिए सरकार किसान को अनुदान उपलब्ध करवाएगी। बज्जू के तहसीलदार हरिसिंह शेखावत से मिली जानकारी के मुताबिक कृषि विभाग से इसके लिए किसानों को अनुदान भी मिलेगा।

किसानों को यह करना होगा
इसके लिए किसानों को किसी खाद-बीज की अधिकृत दुकान से टिड्डियों को मारने की दवा खरीदनी होगी और टड्डियों को खत्म करने के बाद टिड्डी नियंत्रण टीम के समक्ष बिल पेश करना होगा। किसान को पहले इस बारे में जानकारी भी देनी होगी। इसके साथ ही टिड्डियों के आतंक को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की ओर से किसानों से यह अपील भी की जा रही है कि वो किसी स्थान पर टिड्डियों के दल पहुंचने की जानकारी टिड्डि नियंत्रण कक्ष को दें ताकि सुबह होने से पहले यहां कीटनाशकों का छिड़काव करके उड़ने से पहले ही टिड्डियों को मारा जा सके।

पाकिस्तान से हो रही है घुसपैठ
दरअसल, पाकिस्तान से सटे राजस्थान के राजस्थान के सरहदी जिलों में पिछले कुछ समय से टिड्डी दलों की घुसपैठ हो रही है। सबसे पहले मई महीने में जैसलमेर में टिड्डी झुंड ने खेतों पर हमला बोलना शुरू किया था, तब से सरहदी जिलों में टिड्डी की समस्या का सामना किसानों को करना पड़ रहा है। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर यहां कीटनाशकों का छिड़काव कर टिड्डी नियंत्रण की कोशिश भी की जा रही है। टिड्डी के प्रजनन काल का समय होने के चलते इस बात की आशंका जताई जा रही है कि पिछले कुछ महीनों से जारी टिड्डी दलों का आतंक अभी ओर जारी रख सकता है।

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