शहरवासियों ने बताया कि आज तक टिड्डी दल के हमलों की खबरें पढ़ी व सुनी ही थी। पहली बार इतनी संख्या में टिड्डियां देखी हैं। आज तक शहर में कभी-कभार एकाध रामजी का घोड़ा दिख जाता था, पहली बार इनके दल देखे हैं। कई जगह तो घरों में भीतर तक टिड्डियां घुस गई। यह आवाजाही दोपहर तक चलती रही। लोगों ने भी बचने के लिए पटाखे चलाने से लेकर बर्तन तक बजाए, लेकिन सब बेअसर रहे।
टिड्डियों ने विद्याधर नगर के पार्कों में पेड़-पौधों को काफी नुकसान पहुंचाया। सेक्टर-2 निवासी श्रीराम अग्रवाल ने बताया कि पार्क में घूमने के दौरान टिड्डी पेड़ों पर बैठे देखी। छतों पर भी ऐसा ही हाल था। सीकर रोड और मुरलीपुरा में दोपहर होते होते टिड्डियों की संख्या बहुत कम हो गई थी, लेकिन सुबह यहां भी बुरा हाल था। जिन घरों में दरवाजे खिड़की खुली हुई थी, उनमें प्रवेश कर गईं। जवाहर नगर में भी यही हाल दिखाई दिया।
फायर ब्रिगेड से छिड़काव किया शहर में बढ़ रहे टिड्डी दल को रोकने के लिए प्रशासन के पास अलग से कोई संसाधन नहीं है। नगर निगम कृषि विभाग को फायर ब्रिगेड उपलब्ध करवा रहा है। जिससे दवाई का छिड़काव किया जा रहा है। पहले दिन सरना डूंगर व अन्य इलाकों में छिड़काव किया गया। इसके साथ ही जब टिड्डी दल एसएमएस व सिविल लाइंस पहुंचा तो आनन-फानन में फायर ब्रिगेड भेजकर छिड़काव करवाया गया। वहीं, दूसरे दिन जिला प्रशासन ने कृ षि विभाग और नगर निगम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।