राजस्थान की 13 लोकसभा सीट पर 29 अप्रेल को मतदान होना है। प्रचार अंतिम दौर में पहुंच चुका है। कांग्रेस और भाजपा पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में जुटी हुई है। बड़े नेता सभा और रैलियां कर रहे हैं। इसी बीच मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में न तो प्रचार दिख रहा है और न ही वहां बड़े नेता जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि भाजपा खुले तौर पर हिन्दुत्व, राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि कांग्रेस गरीब और सभी को साथ लेकर चलने की बात कर रही है, लेकिन मुस्लिम वर्ग से जुड़ी विशेष बात नहीं कर रही है। इसके पीछे कांग्रेस बहुसंख्यकों के वोटों का ध्रुवीकरण होने के जोखिम से बचना चाह रही है।
राहुल की फिर मंदिर पॉलीटिक्सकांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (
Rahul Gandhi ) ने एक बार फिर मंदिर पॉलीटिक्स की है। बांसवाड़ा में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान वह बेणेवश्वर धाम मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। वहीं भाजपा की रैलियों में उनके नेता स्थानीय लोक देवता के जयकारें लगवा रहे हैं।
कांग्रेस के तीन और भाजपा के दो स्टार प्रचारक कांग्रेस ने पूर्व मंत्री गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल और अश्क अली टांक को और भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तथा पूर्व मंत्री यूनुस खान को स्टार प्रचारक बनाया है। फिलहाल इनमें से किसी भी नेता का राज्य स्तरीय दौरा नहीं हुआ है। नागौर में हनुमान बेनीवाल (
hanuman beniwal ) से पटरी नहीं बैठने के कारण यूनुस खान (
yunus khan ) झालावाड़ चले गए। जहां वह पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (
Vasundhara Raje ) के पुत्र दुष्यंत सिंह (
dushyant singh ) के लिए प्रचार कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस के अश्क अली टांक कुछ सीमिति क्षेत्रों में घूमे। इसी बीच दुर्घटना में वह घायल हो गए।
दोनों के घोषणा पत्र में वादे
कांग्रेस और भाजपा भले ही प्रचार से मुस्लिम नेताओं को दूर रखे हुए हो, लेकिन मुस्लिम मतदाओं को आकर्षित करने के लिए दोनों के घोषणा पत्रों में कुछ न कुछ वादे जरूर किए गए हैं।