सूत्रों के मुताबिक सोमवार को हुई बैठक में कई सीटों पर अंतिम सहमति नहीं बन पाई है। दरअसल, पूर्व में कोर कमेटी की ओर से आलाकमान को सभी सीटों पर पैनल सौंपे गए थे। इसमें 16 पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर 9 सीटों पर घोषणा रोक दी थी। आलाकमान ने बची हुई 9 सीटों पर फिर से एक सर्वे करवाया है उसकी रिपोर्ट आ गई है। लेकिन कई सीटों पर कोर कमेटी की तरफ से कुछ नए नाम भी जुड़वाए गए हैं। इसके चलते फिलहाल सूची नहीं जारी की जाएगी।
पार्टी के विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, नागौर से केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी के साथ रूपाराम के नाम पर चर्चा हुई है। वहीं राजसमंद से दीया कुमारी के नाम पर चर्चा हुई लेकिन एक खेमा अभी भी दीया के नाम पर सहमत नहीं हुआ है। इसके अलावा बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर कर्नल सोनाराम चौधरी, आईपीएस महेंद्र चौधरी के साथ कैलाश चौधरी, प्रियंका चौधरी का नाम पैनल में है। इसके अलावा भरतपुर से बहादुर सिंह कोली और रंजिता कोली, धौलपुर-करौली से मनोज राजौरिया और हटीराम जाटव, बांसवाड़ा-डूंगरपुर से मानशंकर निनामा और मुकेश रावत के नाम पर चर्चा कोर कमेटी की बैठक में हुई है।
वहीं दौसा सीट पर एक चौंकाने वाले फैसले के तहत हाल ही में भाजपा के बागी बन विधायक बनने वाले ओमप्रकाश हुड़ला के नाम पर गम्भीरता से चर्चा हुई है। लेकिन, किरोडी लाल मीणा खुलकर विरोध में आ गए हैं। नागौर सीट पर भी विवाद बरकरार है। चूरू सीट को लेकर कस्वां परिवार और राजेन्द्र राठौड के बीच सुलह की कोशिशें लगातार चल रही हैं।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अधिकतर विवाद वाली सीटों पर फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया है। आलाकमान के सर्वे में जो जिताऊ होगा पार्टी उसे उम्मीदवार बनाएगी। जावड़ेकर के आवास व भाजपा मुख्यालय की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी, संगठन मंत्री चंद्रशेखर प्रदेश की ओर से शामिल हुए ।