सेशन ‘पेनडेमिक- पास्ट एंड फ्रयूचर‘ में चिन्मय तुंबे, लोरा स्पीनी से अम्बरीश सात्विक ने बात की। इस सेशन में कोरोना के साइकोलॉजिक प्रभाव से लेकर कला और संस्कृति पर पड़े प्रभाव पर चर्चा की गई। वहीं साहित्य में इस महामारी से उभरी नई खोज पर भी बात की गई। पहले दिन के सेशन में ‘ब्रिटेड बाय होप- माइकल मधुसूदन दत्त‘, गुलाबो सपेरा एंड द डांस ऑफ द सरपेंट्रस भी खास रहे।