एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र खिपाल ने की। बताया कि शुरुआती लक्षणों का पता लगाकर फेफड़े के कैन्सर से बचाव करना संभव है। हालांकि फेफड़े के कुछ ऐसे रोग भी हैं, जिनका बचाव नहीं किया जा सका है। बंदूक के रोग से बचना और फेफड़े को स्वस्थ्य रखने के लिए धूम्रपान छोडऩा और वायु प्रदूषण से बचना सबसे बेहतर उपाय है। इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम करने से भी फेफड़ों स्वस्थ्य रहते हैं।
– पीठ या छाती में बहुत तेज दर्द होना
– सूखी खांसी का लगातार आना
– बलगम में खून आना
– बार-बार खांसी और छाती में इन्फेक्शन होना
– ज्यादा थकान व कमजोरी महसूस करना
– भूख कम लगना व लगातार वजन कम होना
चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
बीमारी से पहले शरीर देता है चेतावनी
धूमपान न करने वाले भी हो रहे शिकार
डॉ. खिप्पल ने बताया कि जो लोग करते हैं उनमें 75 प्रति लोग में लंग कैंसर का खतरा रहता है। वहीं जो लोग ध्रूम्रपान नहीं करते उन्हें 15 से 25 फीसदी लोग लंग कैंसर के शिकार हो रहे है इस अध्ययन में यह पाया गया कि लंग कैंसर का प्रमुख कारण धूम्रपान है। जो लोग अपने जीवन काल में एक लाख से यादा सिगरेट या बीड़ी का सेवन कर चुके हैं। उसमें लंग कैंसर होने की संभावना लगभग 75 प्रतिशत होती है।