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जयपुर

इस वैक्सीन से 2.26 करोड़ बच्चों में नहीं होगी यह बीमारी

खसरा-रूबेला एक संक्रामक बीमारी ( Disease ) है… : ( Measles Rubella Vaccination Campaign ) से बचाने के लिए 15 साल तक के बच्चों को टीकाकरण ( Vaccination) करवाया जाएगा। देशभर में करीब 30 करोड़ बच्चों को ‘मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान’ के तहत टीका लगाया जा चुका है। राजस्थान ( Rajasthan ) में 2 करोड़ से अधिक बच्चों में यह टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है।

जयपुरJul 13, 2019 / 05:12 pm

Ashish

Measles Rubella Vaccination Campaign

रूबेला खसरा अभियान के लिए कार्यशाला में भाग लेते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग

जयपुर
खसरा-रूबेला एक संक्रामक बीमारी ( disease ) है : ( Measles Rubella vaccination campaign ) से बचाने के लिए 15 साल तक के बच्चों को टीकाकरण ( Vaccination) करवाया जाएगा। देशभर में करीब 30 करोड़ बच्चों को ‘मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान’ के तहत टीका लगाया जा चुका है। राजस्थान ( Rajasthan ) में 2 करोड़ से अधिक बच्चों में यह टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ( Health Minister Subhash Garg ) ने बताया कि राजस्थान में 22 जुलाई से ‘मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान‘ शुरू किया जाएगा। अभियान के तहत 9 महीने से लेकर 15 साल तक के सभी बच्चों का टीकाकरण करवाने का आह्रवान मंत्री ने किया है ताकि खसरा-रूबेला जैसी बीमारी का उन्मूलन हो सके। राजस्थान में अभियान के तहत शत-प्रतिशत बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
इन जगहों पर होगा टीकाकरण
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के उपायुक्त डॉ. प्रदीप हलदर का कहना है कि 2017 से मिजल्स-रूबेला टीकाकरण को बतौर अभियान के रूप में शुरू किया गया है। सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्वास्थ्य केंद्रों पर यह टीकाकरण किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त निदेशक शंकर लाल कुमावत ने बताया कि प्रदेशभर में चलाए जा रहे अभियान का उद्देश्य मिजल्स-रूबेला जैसी संक्रामक बीमारी से नौनिहालों को मुक्त रखना है।
2020 तक खसरा मुक्त का लक्ष्य
राजस्थान में व्यापक तौर पर अभियान चलाकर 2.26 करोड़ बच्चों के टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए स्कूली शिक्षा, महिला बाल विकास सहित अन्य विभागों की मदद भी ली जा रही है। यूनिसेफ की सीएफओ इसाबेल बारडेम ने कहा कि यह एक ग्लोबल शुरुआत है। 2020 तक पूरे प्रदेश को मीजल्स जैसी बीमारी से मुक्त करना यूनिसेफ और राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
रूबेला के यह हैं लक्षण
आपको बता दें कि रुबेला रोग जीनस रुबिवायरस के वायरस के जरिए होता है। यह एक संक्रामक बीमारी है। इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो कम बुखार रहना, मिचली और प्रमुख रूप से शरीर पर गुलाबी या लाल चकत्तों के निशान होना है। सामान्यतया ये चकत्ते चेहरे पर निकलते हैं, नीचे की ओर फैलते हैं।

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