उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का प्रावधान इंडियन फार्माकापिया कमीशन ने किया है। इस सेंटर पर कोई भी उपकरण की गुणवत्ता की जांच भी करवा सकता है। ये उपकरण मुख्य तौर पर शामिल
ऐसे उपकरणों में मुख्य तौर पर पल्स आक्सीमीटर, आक्सीजन कंसट्रेटर, एमआरआई, सीटी स्केन मशीन, डिजिटल थर्मामीटर, वेंटिलेटर आदि मशीनें शामिल हैं। शिकायत के लिए हेल्प लाइन नंबर और ऐप भी हाल ही में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान औषधी नियंत्रक विभाग की ओर से जयपुर में अलग-अलग कार्यवाही को अंजाम दिया गया था, जहां घटिया गुणवत्ता के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और पल्स ऑक्सीमीटर जब्त किए गए थे। मेडिकल डिवाइस मॉनिटरिंग कार्यक्रम के तहत यदि किसी शिकायत के दौरान मशीन में कोई खराबी देखने को मिलती है या फिर किसी तरह का कोई दुष्प्रभाव मशीन से हो रहा है तो उस कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने का प्रावधान भी रखा गया है। इसके अलावा इसे लेकर एक ऐप (एडीआर पीवीपीआई) भी तैयार किया गया है, जिसके माध्यम से भी कोई भी व्यक्ति मेडिकल उपकरण की गुणवत्ता से जुड़ी शिकायत कर सकता है। एक हेल्प लाइन नंबर (18001803024) भी जारी किया गया है, जिसके तहत शिकायत का प्रावधान रखा गया है।