वहीं घूसकांड में गिरफ्तार खान विभाग के ज्वाइंट सैक्रेट्री बीडी कुमावत जयपुर में जेडीए और जिला कलक्ट्रेट में भी पदस्थ रह चुके हैं। एडीजी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि खान मालिक वीजेन्द्र को मिले 8.70 करोड़ रुपए के नोटिस की रकम का निस्तारण करने की एवज में आरोपी कुमावत ने 55 लाख रुपए मांगे थे। लेकिन वीजेन्द्र ने फिलहाल कुल 7 लाख रुपए घूस देकर स्टे ले लिया था। आइजी दिनेश एमएन के निर्देशन और एएसपी पृथ्वीराज मीणा के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में टीम के सदस्य ज्वाइंट सैक्रेट्री कुमावत के घर के पास ठेला और फेरी वाले बनकर नजर रखे हुए थे।
दलाल विकास और ओमसिंह की वीडियोग्राफी एसीबी ने दलाल विकास डांगी और ओमसिंह की वीडियोग्राफी बनाई है। ओम सिंह ज्वाइंट सैक्रेट्री कुमावत के घर कार से पहुंचा। कार में से रुपयों की थैली निकाल घर के अंदर गया। थैली घर में छोड़ वापस बाहर आया। आरोपी कुमावत दलाल ओमसिंह को घर के बाहर छोडऩे आया। यह सभी एसीबी की वीडियोग्राफी में कैद है।
मुंह मीठा करवाया, कलक्टर के नाम से मशहूर एसीबी की टीम आरोपी कुमावत के घर के अंदर पहुंची तो टेबल पर एक थैली में चार लाख रुपए रखे मिले। साथ में दलाल ओमसिंह को खिलाई गई दो तरह की मिठाई और नमकीन भी रखी मिली। कॉलोनी में पड़ताल की तो स्थानीय लोग आरोपी कुमावत को कलक्टर के नाम से जानते हैं। ज्वाइंट सैक्रेट्री कुमावत और दोनों दलालों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से चार दिन के रिमांड पर सौंपा है। आरोपियों से घूस के 7 लाख रुपए बरामद हुए हैं।
इसी विभाग में आइएएस सिंघवी हो चुके गिरफ्तार एसीबी ने खान विभाग घूसकांड मामले में आइएएस अशोक सिंघवी को भी गिरफ्तार कर चुकी है। तब एसीबी ने राजस्थान का सबसे बड़ा घूसकांड मामला उजागर किया था। जयपुर, उदयपुर और चित्तौडगढ़़ में कार्रवाई की थी और आइएएस सिंघवी सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया था।