यह बैठे आमरण अनशन पर
शिप्रा पथ मानसरोवर िस्थत महापड़ाव स्थल पर प्रदेशाध्यक्ष राजसिंह चौधरी, विजय सिंह राजावत, भुवनेश्वर शर्मा, राकेश मोड़, रामजीलाल मीणा, गोपाल अवस्थी, रणजीत सिंह सारण, दिनेश शर्मा, हुकुम सिंह, संजय नागर, मेघराज सिंह चौधरी बैठे हैं।
कई दौर की वार्ताओं के बाद भी नहीं निकला हल
प्रदेशाध्यक्ष राजसिंह चौधरी ने बताया कि सरकार कई दौर की वार्ता कर चुकी है, लेकिन वार्ताओं के परिणाम सामने नहीं आने से कर्मचारियों ने अब आमरण अनशन की शुरुआत की है। मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका ने प्रतिनिधि मंडल को बुलाकर मांगों पर शीघ्र निर्णय किए जाने का आश्वासन दिया है, लेकिन महापड़ाव एवं आमरण अनशन बिना आदेशों के समाप्त नहीं होगा।
तहसीलदार कोटे से छेड़छाड़ का विरोध
राजस्व विभाग के प्रदेशाध्यक्ष अमित जैमन ने आंदोलन स्थल पर आयोजित सभा में कहा कि सरकार ने राजस्व विभाग के तहसीलदार कोटे से छेड़छाड़ की तो प्रदेश के सभी जिलों में कलक्ट्रेट एवं उपखंड कार्यालयों के ताले नहीं खुलेंगे। सभा को पंचायती राज के प्रदेशाध्यक्ष अशोक निठारवाल, शिक्षा विभाग के प्रदेशाध्यक्ष आंनद साध, पंजीयन मुद्रांक विभाग के प्रदेशाध्यक्ष भीखा राम चौधरी, हंस प्रकाश शर्मा ने संबोधित किया।
इधर, खुली सुलह की राह
इधर मंत्रालयिक एकता मंच की ओर से किए जा रहे आंदोलन के 65वें दिन शुक्रवार को शहीद स्मारक पर क्रमिक अनशन जारी रहा। कर्मचारी नेता गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा से कर्मचारियों की तीसरे दौर की वार्ता सकारात्मक रही। सरकार का पदोन्नति के पदों पर सकारात्मक रुख रहा। वहीं ग्रेड पे संशोधन व अन्य मांगों पर निर्णय नहीं हो पाया है। निदेशालय पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग के कर्मचारी नंदकिशोर के नेतृत्व में पूरणमल जाजोरिया, विकास चौधरी, कैलाश शर्मा एवं रवि कुमार शर्मा क्रमिक अनशन पर बैठे। वहीं वार्ता के दौरान शिष्टमंडल में राजेश पारीक, गजेंद्र सिंह राठौड़, सुरेश धाभाई एवं देवेंद्र सिंह नरूका शामिल थे।