हालांकि भूपेंद्र यादव का कार्यकाल 30 जून 2021 तक है लेकिन उन्होंने 20 नवंबर से ही वीआरएस के लिए आवेदन किया है। वहीं नए डीजीपी के लिए वरिष्ठता के आधार पर दौड़ शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि सरकार 1990 बैच के 10 आईपीएस अफसरों के नाम यूपीएससी को भेजेगी, जिसके बाद यूपीएससी चयन प्रक्रिया के तहत 3 अफसरों का पैनल बनाकर वापस राज्य सरकार को भेजेगी और तीन में से किसी एक के नाम पर सरकार मुहर लगाएगी।
तीन अफसरों में नजदीकी मुकाबला
पुलिस महानिदेशक के लिए वरिष्ठता के आधार पर तीन आईपीएस अफसरों में नजदीकी मुकाबला है। इनमें 1987 बैच के राजीव दासोत, एम.एल लाठर, 1988 बैच के बी.एल.सोनी शामिल हैं। तीनों ही आईपीएस अफसरों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वस्त अफसरों में शुमार किया जाता है।
बड़े जाट नेता के नजदीकी रिश्तेदार हैं लाठर
विश्वस्त सूत्रों की माने 1987 बैच के एम.एल लाठर राज्य के एक बड़े जाट नेता के नजदीकी रिश्तेदार हैं जो सीएम के यहां इनके नाम को लेकर लॉबिंग कर रहे हैं। वहीं देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बीच भी लाठर के नाम को लेकर चर्चा हुई है। बताया जाता है कि लाठर के जरिए कांग्रेस से छिटक चुके एक बड़े वर्ग को फिर से रिझाने की कवायद के तौर पर इसे देखा जा रहा है।
राजनीतिक नियुक्तियों के लिए भूपेंद्र यादव का नाम चर्चा में
वहीं चर्चा ये भी है कि वीआरएस के लिए आवेदन करने वाले पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह यादव को राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट करने की चर्चा कांग्रेस गलियारों में चल रही है। बताया जाता है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग, मानवाधिकार आयोग या फिर मुख्य सूचना आयुक्त को लेकर उनका नाम चर्चा में है।