mou signed between the College Education Department and Microsoft
जयपुर। सरकारी कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले 9500 विद्यार्थियों और 500 शिक्षकों को माइक्रोसॉफ्ट की ओर से नि:शुल्क तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। कॉलेज शिक्षा विभाग और माइक्रोसॉफ्ट के बीच आज अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर हुए। कॉलेज शिक्षा विभाग में इस प्रकार का यह पहला अनुबंध है, जिसमें विद्यार्थियों को डिजिटल लिटरेसी कार्यक्रम के तहत लाभान्वित किया जाएगा। कार्यक्रम इसी महीने से शुरू होगा। शिक्षकों को 7 संभाग मुख्यालयों और विद्यार्थियों को 50 सरकारी कॉलेजों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि इस करार से प्रदेश के सरकारी कॉलेज के विद्यार्थी रोजगारपरक शिक्षा भी प्राप्त कर सकेंगे। आज के समय में डिजिटल लर्निंग बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि सप्ताह में तीन दिन इसके लिए क्लास लगाई जाएंगी। उच्च शिक्षा के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ.सुबोध अग्रवाल ने कहा कि लगातार स्किल डवलप करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में तकनीक के साथ चलना जरूरी है। यह एमओयू प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। कॉलेज आयुक्त आशुतोष ए.टी. पेण्डेकर ने बताया कि विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इसके लिए डिजीटल लर्निंग प्रोग्राम के तहत 50 सरकारी कॉलेजों में माइक्रोसॉफ्ट का प्रशिक्षण प्रारंभ किया जाएगा। इसमें 4 महीने में विद्यार्थियों और शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट के डायरेक्टर सेल्स एज्यूकेशन प्रतीक मेहता ने कहा कि इस एमओयू के जरिए राजस्थान के कॉलेजों के विद्यार्थियों को रोजगार योग्य बनाया जाएगा। इसके लिए पाठयक्रम भी तय किया गया है। यह समझौता राजस्थान सरकार को इसकी डिजिटल यात्रा में सहयोग करने और भारत में शिक्षा के परिदृश्य में बदलाव लाने के लिए कारगार साबित होगा। माइक्रोसॉफ्ट अपने माइक्रोसॉफ्ट इनोवेटिक एजुकेटर प्रोग्राम के द्वारा सरकारी कॉलेजों में एजुकेटर्स को प्रशिक्षित करेगा। माइक्रोसॉफ्ट की ओर से विद्यार्थिरूों को संसाधन नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे।