वीडियो में देखा था विरोधी गैंग के साथ
पुलिस ( jaipur police ) ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश सोहेल खान उर्फ गुरु जलजला (24) हसनपुरा, शिव मंदिर के पास राय कॉलोनी निवासी है। सोहेल सिराज बंदूक वाला के लिए काम करता है। सिराज की दुश्मनी मुन्ना तलवार गैंग से है। पीड़ित कलीम खान का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मुन्ना तलवार गिरोह के साथ था।
6 जून को अपहरण किया
इससे नाराज होकर 6 जून को कलीम का चार दरवाजा से अपहरण कर अमानीशाह नाला संजय नगर भट्टा बस्ती में ले जाकर मारपीट की। बदमाश ने कलीम के हाथ-पैर तोड़ दिए और मुंह दबा दिया था। आरोपी सोहेल के खिलाफ सुभाष चौक थाने में पहले से दो मामले दर्ज हैं। ( प्रतीकात्मक तस्वीर )
इससे नाराज होकर 6 जून को कलीम का चार दरवाजा से अपहरण कर अमानीशाह नाला संजय नगर भट्टा बस्ती में ले जाकर मारपीट की। बदमाश ने कलीम के हाथ-पैर तोड़ दिए और मुंह दबा दिया था। आरोपी सोहेल के खिलाफ सुभाष चौक थाने में पहले से दो मामले दर्ज हैं। ( प्रतीकात्मक तस्वीर )
इधर, ऑनलाइन पेंमेंट एप का लिंक भेज 25 हजार ठगे
जयपुर ऑनलाइन पैमेंट ऐप पर पैमेंट का लिंक भेजकर बदमाश ने इलेक्ट्रिकल आइटम बनाने वाली फर्म के मालिक से 25 हजार रुपए ठग लिए। घटना सांगानेर सदर इलाके की है।
पुलिस ने बताया कि सीतापुरा रीको फेज- 3 स्थित महावीर इंडस्ट्रीज के मालिक धर्मेन्द्र ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडि़त को हरियाणा के रेवाड़ी निवासी दीवाकर पूरण सिंह ने 19 जुलाई को 3 लाख 34 हजार रुपए का ऑर्डर दिया था। जिसके एडवांस भुगतान के लिए उसने 50 हजार रुपए ऑनलाइन पैमेंट ऐप के जरिए देने के लिए कहा और अकाउंट नंबर मांगे। पीडि़त ने कंपनी मैनेजर का बैंक अकाउंट नंबर उसे दे दिया। फिर उसने एक लिंक भेजा और बोला कि इसे ओपन करते ही आपके खाते में 50 हजार रुपए आ जाएंगे। लेकिन लिंक को ओपन करते ही खाते से 25 हजार रुपए कट गए।
जयपुर ऑनलाइन पैमेंट ऐप पर पैमेंट का लिंक भेजकर बदमाश ने इलेक्ट्रिकल आइटम बनाने वाली फर्म के मालिक से 25 हजार रुपए ठग लिए। घटना सांगानेर सदर इलाके की है।
पुलिस ने बताया कि सीतापुरा रीको फेज- 3 स्थित महावीर इंडस्ट्रीज के मालिक धर्मेन्द्र ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीडि़त को हरियाणा के रेवाड़ी निवासी दीवाकर पूरण सिंह ने 19 जुलाई को 3 लाख 34 हजार रुपए का ऑर्डर दिया था। जिसके एडवांस भुगतान के लिए उसने 50 हजार रुपए ऑनलाइन पैमेंट ऐप के जरिए देने के लिए कहा और अकाउंट नंबर मांगे। पीडि़त ने कंपनी मैनेजर का बैंक अकाउंट नंबर उसे दे दिया। फिर उसने एक लिंक भेजा और बोला कि इसे ओपन करते ही आपके खाते में 50 हजार रुपए आ जाएंगे। लेकिन लिंक को ओपन करते ही खाते से 25 हजार रुपए कट गए।