चोरी हो गया था पासपोर्ट
असलम ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2015 में कोलकाता के ट्रेवल एजेंट सईद दुर्रानी से संपर्क किया था। एजेंट ने दुबई का वीजा दिलाने की बात कही थी। तब उसे पासपोर्ट दिया था। कुछ दिनों बाद एजेंट ने फर्जी वीजा दिया, लेकिन पासपोर्ट नहीं लौटाया। इस संबंध में असलम ने 2016 में चूरू में एफआइआर भी दर्ज कराई थी।
असलम के पासपोर्ट पर रहमत अली जांच में सामने आया है कि एजेंट ने पासपोर्ट किसी और एजेंट को दे दिया। कुछ साल पहले म्यांमार निवासी रहमत अली नाम के व्यक्ति ने असलम के पासपोर्ट का उपयोग करते हुए भारत यात्रा की थी। रहमत जब पकड़ा गया तो सेंट्रल इंटेलिजेंस ने जांच कर अप्रेल, 2021 में असलम के नाम लुकआउट नोटिस जारी कराया था।
राजस्थानी नागरिक नए पासपोर्ट से चार बार जा चुका विदेश
सीआइ राधारमण गुप्ता ने बताया कि चोरी की एफआइआर दर्ज कराने के बाद असलम ने नवंबर 2018 में नया पासपोर्ट जारी करवाया था। वह इससे 3-4 बार विदेश यात्रा कर चुका है। लुक आउट नोटिस जारी होने के बाद फरवरी 2022 में ही दुबई गया था। वहां पर वह फॉल्स सिलिंग का कार्य करता है। शुक्रवार को लौटने पर उसे एयरपोर्ट पर रोक लिया गया। पूछताछ में उसके निवास संबंधी दस्तावेज लेकर छोड़ दिया।