उसके बाद वन्यजीव चिकित्सक की देखरेख में 2 अप्रेल से नर बाघ नाहर और बाघिन महक को एक ही कराल में एक साथ रखा जाने लगा। कुछ दिनों पूर्व महक की मैटिंग हुई। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि महक जल्द खुशाबरी दें सकती है। बता दें, चौदह वर्षीय महक कोटा में अकेली रह रही थीं। उसने अभी तक एक भी शावक नहीं जन्मा था। ऐसे में उसे यहां लाया गया था।
रभा दे चुकी दो बार खुशियों की सौगात इससे पूर्व यहां सफेद बाघ राजा और बाघिन सीता को भी साथ रखा गया था, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली। इससे पूर्व गोल्डन बाघ नाहर और बाघिन रभा को दो बार साथ रखा गया था। जिसमें दोनों बार में विभाग को सफलता मिली थी। पिछले साल दिसबर माह में बाघिन रंभा ने तीन शावको को जन्म दिया था। जिसमें से एक की मौत हो गई थीं। इससे पूर्व भी रभा ने एक बार मृत शावको को जन्म दिया था।
लॉयन सफारी की शान तेजिका ने शावक त्रिपुर, तेजस और तारा इसके अलावा लॉयन सिद्धार्थ और मादा लॉयन तेजिका को साथ रखा गया था। मादा लॉयन तेजिका ने शावक त्रिपुर, तेजस और तारा को जन्म दिया। यह तीनों फिलहाल लॉयन सफारी की शान बने हुए है। गौरतलब है कि नाहरगढ़ बायलॉजिकल पार्क में बनी लॉयन सफारी लोगों को काफी रास आ रही है। जयपुर से बाहर से भी पर्यटक साफारी का उत्फ उठाने आते हैं।