आरोपी मनोज कुमार की ***** की शादी कुछ महीने पहले हुई थी। जिसकी वजह से उसके उपर बहुत ज्यादा कर्जा हो गया था, जिससे हालात आर्थिक तंगी के हो गए। इस वजह से उसने दुकान मालिक से घनिष्ठता बढ़ाई तथा परिवादी की दुकान के नीचे मिठाई की दुकान थी। जिस पर आरोपी काम करता था। काम करने के दौरान परिवादी प्रकाश चंद गुप्ता का विश्वास प्राप्त कर लिया और परिवादी की अन्य मोटर पार्ट की दुकान पर आना जाना शुरु कर दिया। एवं लॉकडाउन में परिवादी की दुकान बंद थी, इसलिए मालिक दुकान पर आता जाता नहीं था। आरोपी ने रात को दुकान का ताला तोड़कर ऑटो में माल ले गया और ऑटो वाले को यह कह कर ले गया कि वह दुकान खाली कर रहा हैं।