खाद्य सुरक्षा सूची में नरेगा श्रमिकों के बजाय गाड़ी-बंगले वालों के नाम
विधायक एवं पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि प्रदेश में ऐसे लोग जिनके बडे-बड़े बंगले है। नौकर—चाकर है उनका नाम खाद्य सुरक्षा सूची में है। उन्हें इस सूची से हटवाया जाए। इसके साथ ही ऐसे ग्रामीण व श्रमिक जिनके पास खाने के लाले पड़े हैं, जो तपती धूप में नरेगा में काम करते हैं, लेकिन उनके नाम इस सूची में नहीं है। उनके नाम तत्काल जुड़वाए जाएंं
खाद्य सुरक्षा सूची में नरेगा श्रमिकों के बजाय गाड़ी-बंगले वालों के नाम
खाद्य सुरक्षा सूची में नरेगा श्रमिकों के बजाय गाड़ी-बंगले वालों के नाम
नरेगा श्रमिकों के नाम भी सूची में जुड़वाने की मांग
जयपुर
विधायक एवं पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि प्रदेश में ऐसे लोग जिनके बडे-बड़े बंगले है। नौकर—चाकर है उनका नाम खाद्य सुरक्षा सूची में है। उन्हें इस सूची से हटवाया जाए। इसके साथ ही ऐसे ग्रामीण व श्रमिक जिनके पास खाने के लाले पड़े हैं, जो तपती धूप में नरेगा में काम करते हैं, लेकिन उनके नाम इस सूची में नहीं है। उनके नाम तत्काल जुड़वाए जाएंं
दिलावर ने मुख्यमंत्री को कहा कि रामगंज मंडी में नरेगा के कार्यस्थल का दौरा किया तो उन्हें पता चला कि ज्यादातर श्रमिकों के नाम खाद्य सुरक्षा सूची तक में नहीं हैें, वहीं गाड़ी, बंगले और करोड़पतियों के नाम इस सूची में दर्ज है। उन्होंने यह भी कहा कि आखिर खाद्य सुरक्षा सूचियों में ऐसे धनवान और पैसे वालों के नाम कैसे जुड़े, किसने यह भ्रष्टाचार किया जांच करवाकर ऐसे दोषियों को भी सजा दिलवाएं, जिससे गरीबों का हक उन्हें मिल सके। पूर्व मंत्री दिलावर ने नरेगा में काम के तरीकों को लेकर उन्होंने कहा कि गाइडलाइन्स के अनुसार रामगंज मंडी में नरेगा श्रमिकों से 75वर्गफीट कठोर जमीन खुदवाई जा रही है जो कि नियमों के विपरीत है।
पूर्व मंत्री दिलावर ने आरोप लगाया कि मजदूरों को नरेगा में काम के लिए भी झूठ का सहारा लेना पड़ रहा है कि उनसे पूछा जाता है कि आपने कांग्रेस को वोट दिया है या नहीं, आपका परिवार कांग्रेसी है या नहीं, इसलिए मजदूर झूठ बोलकर काम हासिल कर रहे हैं। ऐसी प्रवृत्ति पर रोक लगनी चाहिए। मजदूरों को निष्पक्षता के आधार पर काम दिया जाना चाहिए।