एसीबी अधिकारियों ने बताया कि नारकोटिक्स ब्यूरो पर नजर रखी जा रही थी। अतिरिक्त निदेशक रहे सहीराम की गिरफ्तारी के बाद उसकी जगह नए अधिकारी ने पदभार संभाला। यह भी सामने आया है कि जब नया अधिकारी राउंड पर निकलते तो अधीनस्थ कई अधिकारी और कर्मचारी सतर्क हो जाते। एक दूसरे को फोन कर सूचना देते कि ‘महाराज (अतिरिक्त निदेशक)’ राउंड पर निकले हैं। संभलकर रहना, कोई गड़बड़ी नहीं कर दे। हालांकि नए अधिकारी से पहले सहीराम से उनकी ट्यनिंग सही थी।
एसीबी के रिमांड पर नारकोटिक्स का उपनिरीक्षक
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने नारकोटिक्स ब्यूरो के गिरफ्तार हुए उपनिरीक्षक भानूप्रताप सिंह को शुक्रवार को उदयपुर एसीबी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पांच दिन के रिमांड पर एसीबी को सौंपा है। गौरतलब है कि एसीबी ने नारकोटिक्स के उपनिरीक्षक भानूप्रताप सिंह को गिरफ्तार किया था। जबकि एसीबी की कार्रवाई के दौरान नारकोटिक्स के अधीक्षक सुधीर यादव के घर सर्च में स्मैक बरामद होने पर स्थानीय थाना पुलिस को बुलाकर गिरफ्तार करवाया था। वहीं नारकोटिक्स के हवलदार प्रवीण सिंह के सर्च में अंग्रेजी शराब की बोतलें मिलने पर आबकारी एक्ट में स्थानीय थाना पुलिस को बुलाकर गिरफ्तार करवाया था। हालांकि एसीबी अधिकारी ठाकुर चन्द्रशील का कहना है कि अधीक्षक सुधीर यादव और हवलदार सहित एसीबी के प्रकरण के अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। मामले एफआईआर दर्ज कर ली गई है।