सूफीवाद को जिंदगी में उतारने की जरूरत सुन्नी दावते इस्लामी के मीडिया प्रभारी और जयपुर के मुफ्ती ख़ालिद अय्यूब मिस्बाही ने इस्लाम को जीवन जीने का बेहतरीन मार्ग बताते हुए कहा कि सूफ़ीवाद को जीवन में उतारें। मुसलमान को व्यवहार पर बहुत ध्यान देने की ज़रूरत है। जब तक हम अपने व्यवहार में भ्रष्ट रहेंगे और धर्म की रीति रिवाज़ निभाते रहेंगे तो यह कर्मकांड बनकर रह जाएगा। इज्तिमे में जयपुर के साथ अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, कोटा, नागौर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर समेत कई जिलों से लोग पहुंचे।
इनकी भी तकरीर इज्तिमे को वल्र्ड इस्लामिक मिशन के महासचिव मौलाना कमरूज्जमां आज़मी ने भी संबोधित किया। उन्होंने मुस्लिम समाज में सामाजिक सुधार पर विशेष बल देते हुए चुनौतियों पर चर्चा की। सुन्नी दावते इस्लामी के राजस्थान प्रभारी मौलाना फैयाज रिजवी, एसडीआई मालेगाव प्रभारी सैयद अमीनुल कादरी, मुम्बई से सादिक रिजवी, एसडीआइ के जयपुर प्रभारी सैयद मुहम्मद कादरी ने भी तकरीर की। मुफ़्ती अब्दुल सत्तार रिज़वी समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।