अब तक तीन बार लॉटरी हो चुकी है। बड़ी संख्या में लोगों ने ऊंची बोली लगाकर दुकानें ली लेकिन बाद में तय समय पर राशि जमा कराने के बजाय दुकानों को छोड़ दिया। जयपुर शहर में ही अब तक 70 से अधिक दुकानें छोड़ी जा चुकी हैं। आबकारी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक 31 जिलों में कई दुकानें उठने से रह गई हैं।
पूर्व में तीसरे चरण की लॉटरी के बाद 25 मार्च तक 1413 दुकानें उठने से बची थी। इसके बाद 111 दुकानें और ऐसी रही, जिन्हें नीलामी में लेने वालों ने राशि जमा नहीं कराई। ऐसे में इन दुकानों को भी नीलामी में फिर से शामिल किया गया है। अब 1524 दुकानों के लिए गुरुवार को ऑनलाइन नीलामी होगी।
राज्य में कुल शराब दुकानें 7665 हैं। इनसे 13 हजार करोड़ की राजस्व आय का लक्ष्य है। अब तक 5833 दुकानों की नीलामी हो चुकी है। इसके पेटे सरकार को 8334 करोड़ रुपए राजस्व मिलेगा। सूत्रों के अनुसार जो दुकानें नीलामी में उठने से रह जाएंगी, उनका संचालन राज्य सरकार राजस्थान स्टेट ब्रेवरीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आरएसबीसीएल) और गंगानगर शुगर मिल (जीएसएम) से करा सकती है।