मंत्री सिंह का दावा है कि रंजीता कोली पर हमला अलीगढ़ के बीजेपी सांसद ने ही करवाया था। साथ ही मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने यह भी दावा किया कि राजस्थान पुलिस की जांच में हमले की कहानी झूठी निकली है। दरअसल डीग से कांग्रेस विधायक और गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सांसद रंजीता कोली को पत्र लिखकर उन पर हुए हमले को लेकर कई सवाल भी खड़े किए हैं।
मंत्री विश्वेंद्र सिंह रंजीता कोली से पूछा कि कौन से कानून और कौन सी धारा के तहत सांसद को वाहन चेक करने का अधिकार प्राप्त है। बिना किसी अधिकार के किसी वाहन को रोकना अपने आप में अवैध नहीं है?
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि सांसद रंजीता कोली बताएं कि उन्होंने और उनके पीए ने क्यों जबरदस्ती और बिना किसी अधिकार के ट्रकों के सामने और पीछे अपने वाहन लगाए, क्या आपको वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा इसलिए दी गई है कि आप सुरक्षाकर्मियों का दुरुपयोग करें?।
मंत्री सिंह ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि बीजेपी सांसद रात 11:30 बजे अंधेरे में बिना पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग के अधिकारियों के वाहन को चेक करने लगी। सांसद खुद कह रही है कि वो वाहन से पहले ही उतर चुकी थी तो फिर पत्थर मारकर सांसद पर हमला कैसे हुआ?
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि अगर सांसद की नियत साफ होती तो वह अकेले नहीं जातीं, आखिर अकेले जाकर हर बार हमले की कहानी बनाने के पीछे सांसद का क्या मकसद है।
यह चौथी बार है जब सांसद पर जानलेवा हमले की कहानी झूठी निकली है। सांसद की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ तो कुछ नहीं कर सकी लेकिन राजस्थान पुलिस ने सांसद पर हमले की झूठी कहानी का पर्दाफाश कर दिया है।
गहलोत की बजाए अपने सांसद से इस्तीफा मांगे रंजीता कोली
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने रंजीता कोली की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगने पर भी जवाबी हमला करते हुए कहा कि बीजेपी सांसद उस मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग रही हैं जिन्होंने बृज के धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए वैध खनन को भी बंद कर उसे संरक्षित वन क्षेत्र घोषित कर दिया।
बीजेपी सांसद को इस्तीफा ही मांगना है तो अलीगढ़ के बीजेपी के सांसद का इस्तीफा मांगना चाहिए जिनके 2 ओवरलोड ट्रक रंजीता कोली ने उस रात पकड़े थे। इन्हीं ट्रकों के ड्राइवर और खलासी ने सांसद की गाड़ी पर पत्थर मारे, विश्वेंद्र सिंह ने अपने लेटर में लिखा कि वो बहुत चिंतित हैं कि आखिर अलीगढ़ के बीजेपी सांसद ही भरतपुर सांसद पर हमला क्यों करवा रहे हैं?
गौरतलब है कि भरतपुर से बीजेपी सांसद रंजीता कोली पर 7 अगस्त को देर रात उस समय हमला हुआ जब दिल्ली से कामां होकर बयाना लौट रही थीं। इस दौरान कामां कोसी मार्ग पर लेवड़ा मोड़ पर कथित रूप से खनन माफियाओं ने उन पर हमला कर दिया जिसको लेकर बीजेपी हमलावर थी।
यह मामला संसद में भी उठाया गया था। बीजेपी इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस्तीफे की मांग कर रही थी। हालांकि डीग से कांग्रेस विधायक और सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह लगातार सांसद रंजीता कोहली पर हुए हमले को लेकर सवाल खड़े कर रहे थे।
वीडियो देखेंः-सांसद रंजीता कोली पर हमला: कलक्टर ने फोन ही नहीं उठाया, घटना के 45 मिनट बाद पहुंची पुलिस