इस ओर ध्यान देने की जरूरत -थाने में मामला दर्ज होने के समय से ही विधिक सहायता मुहैया कराने पर जोर दिया जाए। -मजिस्ट्रेट न्यायिक हिरासत बढ़ाने से पहले केस डायरी से इसकी आवश्यकता पर विचार करें।
-विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाले वकीलों के परिणाम का विस्तृत अध्ययन हो। -विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाले वकीलों के प्रशिक्षण पर जोर दिया जाए। – सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में समय पर अपील हो और उन पर जल्दी सुनवाई हो।
राजस्थान की जेलों में विचाराधीन बंदियों की स्थिति कितने समय से बंद— संख्या (प्रतिशत में ) 3 माह या उससे कम —33 3 माह से दो साल ——50 2 से 5 साल ————14
5 साल से अधिक ——03