बताया जा है कि दोनों ही दलों में जिला-प्रमुख-प्रधानों के प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन शुरू गया है। थोड़ी देर बाद दोनों ही दल अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देंगे। जिला-प्रमुख-प्रधानों के चुनाव के लिए नामांकन आज सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक हुए। उसके बाद नामांकन-पत्रों की जांच होगी।
दोपहर 1 बजे तक नामांकन-पत्र वापस ले सकते हैं। उसके बाद चुनाव चिन्हों का आवंटन किया जाएगा। दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा। मतदान समाप्ति के तुरंत बाद मतगणना होगी और चुनाव परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। उसके बाद उपजिला प्रमुख और उपप्रधान के लिए 12 दिसंबर को चुनाव कराया जाएगा।
जोड़-तोड़ की राजनीति भी शुरू
वहीं 21 जिन जिला परिषदों और पंचायतों में भाजपा -कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं है वहां जोड़तोड़ का खेल शुरू हो गया। दोनों ही दल निर्दलियों के साथ-साथ एक दूसरे के पाले में सेंध लगाने की कोशिशों में भी जुट गए हैं। हालांकि दूसरी ओर जिला प्रमुख और प्रधानों के चुनाव में भाग लेने के लिए बाड़ाबंदी में रह रहे निर्वाचित जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों को सीधे ही बाड़ाबंदी से मतदान स्थल पर लाया जाएगा, जहां वे मतदान करेंगे।
सीधे पहुंचाए जाएंगे सिंबल
बताया जाता है कि कांग्रेस में वैसे तो जिला प्रमुख और प्रधान पद के उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी, लेकिन जहां पार्टी को बहुमत नहीं हैं वहां जोड़तोड़ की राजनीति के चलते वहां आम राय बनाकर उम्मीदवारों के नाम तय होंगे और सिंबल सीधे ही जिला परिषद और पंचायतों को भेजे जाएंगे।
गौरतलब है कि 21 जिलो की जिला परिषद की 636 सदस्यों में से कांग्रेस के 252 सदस्य जीते हैं। वहीं बीजेपी के 353 सदस्यों ने जीत दर्ज करवाई है। जबकि आरएलपी के 10, सीपीआईएम के 2 और 18 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। वहीं 4371 पंचायत समिति सदस्यों में से बीजेपी के 1989 और कांग्रेस को 1852 सदस्य जीते हैं, जबकि बसपा के 5, आरएलपी के 60, सीपीआईएम के 26 और 439 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है।