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फारूख अब्दुल्ला बोले- कुपवाड़ा की शहादत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के चेयरमैन फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार को सुकमा के नक्सली हमले की तुलना कुपवाड़ा के आतंकी हमले से करते हुए ऐसा बयान दिया है जिस पर विवाद खड़ा हो सकता है।

जयपुरApr 30, 2017 / 07:53 am

Kamlesh Sharma

Farooq Abdullah

 जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के चेयरमैन फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार को सुकमा के नक्सली हमले की तुलना कुपवाड़ा के आतंकी हमले से करते हुए ऐसा बयान दिया है जिस पर विवाद खड़ा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मुस्लिमों को बदनाम करने के लिए कुपवाड़ा के शहीदों को शहादत को काफी बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। जबकि सुकमा के शहीदों की कोई बात ही नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि शहादत का जितना हक कुपवाड़ा में शहीदों को मिल रहा है, उतना ही हक सुकमा के शहीद हुए सैनिकों को भी मिलना चाहिए।
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बता दें कि कुपवाड़ा में आतंकियों ने एक सैन्य शिविर पर हमला कर दिया था, जिसमें एक कैप्टन सहित तीन जवान शहीद हो गए और पांच सैनिक घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकी मारे गए थे। जबकि सोमवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए थे।
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अब्दुल्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शहीद हुए 25 जवानों पर चर्चा नहीं हो रही, जबकि कुपवाड़ा में तीन जवानों की शहादत पर काफी चर्चा हो रही है। ये सब मुस्मिलों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है। इस देश पर जितना हक हिंदुओं का है, उतना ही हक मुस्लिमों का भी है। गौरतलब है कि हाल ही में फारूख अब्दुल्ला ने कहा था कि कश्मीर के पत्थरबाज युवक घाटी के टूरिज्म के लिए अपनी जान नहीं दे रहे हैं, वे कश्मीर की समस्या का हल चाहते हैं।

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