परीक्षा के दौरान छात्रों के लिए छात्रावास खोले जाने की मांग
एनएसयूआई ने दिया राजस्थान विवि कुलपति को ज्ञापन
18 सितंबर से शुरू होने जा रही हैं परीक्षाएं
राजस्थान विश्वविद्यालय एनएसयूआई की ओर से सोमवार को विवि के कुलपति प्रो. राजीव जैन को ज्ञापन दिया और छात्रों के लिए परीक्षा के दौरान छात्रावास शुरू किए जाने की मांग की । एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता रमेश भाटी ने कहा कि 18 सितंबर से विश्वविद्यालय की फाइनल ईयर की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। परीक्षा देने के लिए बाहर से बड़ संख्या में विद्यार्थी राजधानी आएंगे। कोविड के कारण उन्हें किराए पर कमरा मिलने में काफी परेशानी आ रही है। साथ ही जो दे रहे हैं वह काफी अधिक किराया मांग रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए इतनी राशि वहन करना संभव नहीं है। यदि परीक्षाओं के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को छात्रावास में रहने की सुविधा प्रदान करता है तो उनकी परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी और यदि विवि ऐसा नहीं करता तो इन छात्रों को रुकवाने की व्यवस्था करे या ऑनलाइन और ओपन बुक सिस्टम से परीक्षा आयोजित करवाई जाएं। भाटी का कहना था कि जयनारायण व्यास विवि ने छात्रों के लिए अपने छात्रावास खोल दिए हैं। जब वहां यह व्यवस्था हो सकती है तो यहां क्यों नहीं।
एनएसयूआई ने दिया राजस्थान विवि कुलपति को ज्ञापन
18 सितंबर से शुरू होने जा रही हैं परीक्षाएं
राजस्थान विश्वविद्यालय एनएसयूआई की ओर से सोमवार को विवि के कुलपति प्रो. राजीव जैन को ज्ञापन दिया और छात्रों के लिए परीक्षा के दौरान छात्रावास शुरू किए जाने की मांग की । एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता रमेश भाटी ने कहा कि 18 सितंबर से विश्वविद्यालय की फाइनल ईयर की परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। परीक्षा देने के लिए बाहर से बड़ संख्या में विद्यार्थी राजधानी आएंगे। कोविड के कारण उन्हें किराए पर कमरा मिलने में काफी परेशानी आ रही है। साथ ही जो दे रहे हैं वह काफी अधिक किराया मांग रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए इतनी राशि वहन करना संभव नहीं है। यदि परीक्षाओं के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को छात्रावास में रहने की सुविधा प्रदान करता है तो उनकी परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी और यदि विवि ऐसा नहीं करता तो इन छात्रों को रुकवाने की व्यवस्था करे या ऑनलाइन और ओपन बुक सिस्टम से परीक्षा आयोजित करवाई जाएं। भाटी का कहना था कि जयनारायण व्यास विवि ने छात्रों के लिए अपने छात्रावास खोल दिए हैं। जब वहां यह व्यवस्था हो सकती है तो यहां क्यों नहीं।