अकेले अभ्यास करने में हो रही दिक्कत
इस दौरान किपचोगे हालांकि फिट रहने के लिए भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। 35 वर्षीय मैराथन धावक ने अपने तीसरे वीडियो में बताया कि वह कैसे अकेले अभ्यास करने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया, कोरोना वायरस के चलते हमारा अभ्यास शिविर रद्द कर दिया गया और अब हम अपने-अपने घरों में है। सच कहूं तो यह बेहद परेशान करने वाला है। किपचोगे कहते हैं, मैं हमेशा से टीम वर्क में विश्वास रखता हूं। इसमें एक-दूसरे का साथ मिलने से काफी सहयोग होता है और इससे मुझे काफी मदद मिलती है। लेकिन मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं खुद को आइसोलेट करने की। मैं अपने परिवार के साथ रह रहा हूं और बाहरी लोगों से कोई सम्पर्क नहीं कर रहा हूं।
इस दौरान किपचोगे हालांकि फिट रहने के लिए भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। 35 वर्षीय मैराथन धावक ने अपने तीसरे वीडियो में बताया कि वह कैसे अकेले अभ्यास करने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया, कोरोना वायरस के चलते हमारा अभ्यास शिविर रद्द कर दिया गया और अब हम अपने-अपने घरों में है। सच कहूं तो यह बेहद परेशान करने वाला है। किपचोगे कहते हैं, मैं हमेशा से टीम वर्क में विश्वास रखता हूं। इसमें एक-दूसरे का साथ मिलने से काफी सहयोग होता है और इससे मुझे काफी मदद मिलती है। लेकिन मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं खुद को आइसोलेट करने की। मैं अपने परिवार के साथ रह रहा हूं और बाहरी लोगों से कोई सम्पर्क नहीं कर रहा हूं।
अब तक तीन स्टोरी की शेयर
किपचोगे ने अब तक अपनी आइसोलेशन डायरी के तहत तीन स्टोरी शेयर की हैं। पहली का टाइटल उन्होंने दिया दी लोनली रन, इसमें उन्होंने अकेले अभ्यास करने को लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त की। दूसरे वीडियो का टाइटल उन्होंने दिया लंच विद दी फैमिली और तीसरा वीडियो उन्होंने अपने फार्म का डाला, जहां वे अपने पालतु डॉग्स से मिलने पहुुंचे। इसे उन्होंने नाम दिया डाउन ऑन दा फार्म।
किपचोगे ने अब तक अपनी आइसोलेशन डायरी के तहत तीन स्टोरी शेयर की हैं। पहली का टाइटल उन्होंने दिया दी लोनली रन, इसमें उन्होंने अकेले अभ्यास करने को लेकर अपनी पीड़ा व्यक्त की। दूसरे वीडियो का टाइटल उन्होंने दिया लंच विद दी फैमिली और तीसरा वीडियो उन्होंने अपने फार्म का डाला, जहां वे अपने पालतु डॉग्स से मिलने पहुुंचे। इसे उन्होंने नाम दिया डाउन ऑन दा फार्म।
रिेयो ओलंपिक चैम्पियन हैं किपचोगे
रियो डी जिनेरियो में हुए पिछले ओलंपिक में मैराथन दौड़ का स्वर्ण पदक जीतने वाले किपचोगे टोक्यो ओलंपिक में भी खिताब के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन कोरोना वायरस के चलते फिलहाल इन खेलों के आयोजन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। किपचोगे ने बीजिंग ओलंपिक में रजत पदक और एथेंस में कांस्य पदक हासिल किया था। किपचोगे ने 2018 में बर्लिन मैराथन दो घंटे एक मिनट, 39 सेकण्ड में पूरी कर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
रियो डी जिनेरियो में हुए पिछले ओलंपिक में मैराथन दौड़ का स्वर्ण पदक जीतने वाले किपचोगे टोक्यो ओलंपिक में भी खिताब के प्रबल दावेदार हैं, लेकिन कोरोना वायरस के चलते फिलहाल इन खेलों के आयोजन पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। किपचोगे ने बीजिंग ओलंपिक में रजत पदक और एथेंस में कांस्य पदक हासिल किया था। किपचोगे ने 2018 में बर्लिन मैराथन दो घंटे एक मिनट, 39 सेकण्ड में पूरी कर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था।