शून्यकाल के दौरान धारीवाल ने कहा कि मेज नदी में हुए हादसे की वजह बस का एक्सल टूटना हो सकता है। हालांकि आपदा राहत से मिली सूचना के मुताबिक बस का टायर फटना दुर्घटना का प्रमुख कारण बताया जा रहा है। इस बस का वैद्य फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं था। बीमा के साथ ही बस नगरीय परमिट की थी, जिसका परमिट 19 जुलाई, 2023 तक का है। सवाई माधोपुर जाने के लिए बस का अस्थाई परमिट भी बनवाया गया था। परिवहन विभाग दुर्घटना के कारणों की जांच करेगा।
10 लाख रुपए मुआवजा दिलाओ उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि यह हादसा बहुत भयावह है। कई परिवारों में केवल बच्चे ही रह गए, इसलिए कम से कम 10 लाख रुपए प्रत्येक मृतक को मुआवजा देन चाहिए। केशोरायपाटन विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने भी 10 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की।
बस मालिक पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि बस मालिक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाए। यह जांच करवाई जाए कि सिटी बस परमिट के बावजूद आखिर बस को बाहर कैसे भिजवाया गया। बस का परमिट कब खत्म हुआ क्या विभाग ने बस मालिक को नोटिस दिया था अगर नहीं दिया तो विभाग का भी दोष है। यही नहीं 30 सीटर बस का परमिट था तो सवारिया ज्यादा कैसे बैठ गई यह हादसा बेहद दुखद है। कई परिवारों में तो केवल बच्चे ही पीछे बचे हैं अब इन बच्चों के लिए सरकार सहायता की घोषणा करें। यह घटना हमें आगे के लिए सचेत करने की है कि खटारा बसों का प्रयोग रोका जाना चाहिए।
धारीवाल बोले मेगा हाइवे किसने बनाया और हो गया हंगामा इसके बाद मंत्री शांति धरीवाल की टिप्पणी पर विपक्ष ने हंगामा कर दिया। धारीवाल ने कहा बस के कागज मिल गए थे उसकी जांच हो जाएगी। लेकिन यह मेगा हाईवे कब बना, किसके द्वारा बनवाया गया। यह बोलते ही भाजपा विधायकों ने हंगामा किया और वॉकआउट कर गए। इस पर अध्यक्ष ने चर्चा समाप्त करने की घोषणा कर दी।
आप लोग बिना सुने ही बाहर क्यों चले गए कुछ देर बार भाजपा विधायक वापस सदन में आए। इसके बाद विधानसभाध्यक्ष ने कहा कि दुर्घटना की जांच होनी चाहिए। साथ ही जिन परिवारों में केवल बच्चे रह गए हैं उन्हें दो लाख की सहायता के अलावा अतिरिक्त सहायता पर भी बात स्पष्ट की जाए। इस पर धारीवाल ने कहा कि बस के दस्तावेज की जांच परिवहन आयुक्त ने तीन अफसरों से करवाने का फैसला किया है। इस पर कटारिया ने कहा कि सिटी एडीएम से जांच करवाई जाए। धारीवाल ने कहा कि एडीएम से जांच करवा लेंगे, लेकिन मैंने मेगा हाईवे की बात की तो लोग उठकर क्यों चले गए। धारीवाल ने कहा कि यह पुलिया 1960 की बनी हुई है। मेगा हाईवे बनाने वाली कंपनी ने इस पुलिया को नए सिरे से नहीं बनवाया। दुर्घटना का यह भी एक कारण रहा है।
कल मौके पर जाएंगे सीएम धारीवाल ने सदन को जानकारी दी कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को मौका मुआयना करेंगे। साथ ही मृत लोगों के परिजनों से मिलकर संवेदना भी व्यक्त करेंगे। बुधवार को हुई घटना के तुरंत बाद दो मंत्री मौके पर गए थे।