खानपान ही आएगा काम
हड्डियों का निरंतर विघटन एवं नव निर्माण एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। उम्र के साथ नव निर्माण की गति कम हो जाती है, यही ऑस्टियोपोरोसिस है। यदि 25 साल की उम्र तक पौष्टिक आहार लिया हो तो रोग का जोखिम कम हो सकता है।
महिलाओं में जोखिम ज्यादा
उम्र, हडिड्यों की संरचना, परिवार में रोग की हिस्ट्री आदि रोग का जोखिम बढ़ाते हैं। महिलाओं में मेनोपॉज के बाद हर साल २त्न की दर से हड्डियों की क्षमता घटती है। न्यूट्रिशंस की कमी, अल्कोहल की लत एवं स्मोकिंग भी कारण हो सकते हैं।
तभी बनेंगी हड्डियां मजबूत
हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों की हैल्थ के लिए कैल्शियम, विटामिन डी, प्रोटीन, विटामिन बी, मैग्नीशियम, विटामिन ए, विटामिन के एवं जिंक महत्त्वपूर्ण होते हैं। इसलिए पौष्टिक आहार लें। फल और सब्जियों का अधिक प्रयोग करें। इनसे जरूरी विटामिंस और मिनरल्स मिलेंगे।
सक्रियता से बदलें जीवन
समय पर उपचार, विटामिन डी, कैल्शियम सप्लीमेंट्स, पौष्टिक आहार और एक्सरसाइज से ऑस्टियोपोरोसिस के बाद भी व्यक्ति सक्रिय जीवन जी सकता है। इससे साधारण चोट से हड्डियों के टूटने का जोखिम भी कम हो जाता है।