राज्य में पहले चरण के सरपंच और वार्ड पंच के चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और इसमें 81 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ था जो एक रिकार्ड है। राज्य निर्वाचन आयोग अब दूसरे चरण के लिए भी इतने ही प्रतिशत मतदान की उम्मीदें लगाए बैठा है और इसके लिए आयोग की ओर से गांवों में ज्यादा वोट करने की अपील भी की जा रही है। साथ ही पंपलेट भी वितरित किए जा रहे है। दूसरे चरण में सरपंच के पद के लिए 15 हजार 334 और पंच के पद के लिए 43 हजार 376 उम्मीदवार मैदान में है और वे एक दूसरे को मात देने के लिए सारी रणनीति बना रहे है। वे खुद और उनके समर्थक मतदाताओं तक जाकर लुभावने वादे कर रहे है ताकि मतदाता उन्हें वोट डालें और वे गांव के पंच और सरपंच बनकर अपनी राजनीति चमका सके। इससे पहले इस चरण में 25 जिलों में 21 सरपंच और 7466 पंच निर्विरोध चुने जा चुके हैं। चुनाव कराने के लिए मतदान दल 21 जनवरी को अपनी पंचायत में पहुंच जाएगा और 22 जनवरी को चुनाव कराएंगे। पंचायत चुनाव का तीसरा चरण 29 जनवरी को कराया जाएगा। आयोग की ओर से संवेदनशील मतदान केन्द्रों में ज्यादा सुरक्षा कर्मी लगाए गए है। चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने वरिष्ठ आईएएस और आरएएस अधिकारियों को बतौर पर्यवेक्षक लगाया हुआ है और वे चुनाव आचार संहिता की पालना कराने में जुटे है। चौथे चरण के लिए अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इस बारे में कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है। फरवरी के पहले सप्ताह में इन पंचायतों का कार्यकाल भी पूरा हो जाएगा और यदि चुनाव नहीं हुए तो उनमें प्रशासक लगाए जाएंगे।