चौधरी ने आईपीएस पद से बर्खास्तगी को लेकर कहा कि सरकार ने कुछ स्वार्थ प्रवृत्ति के लोग और निष्पक्ष कार्रवाई नहीं चाहने वालों की एक पक्षीय सुनवाई करते हुए उनके खिलाफ यह कदम उठाया है। बर्खास्तगी के खिलाफ कोर्ट में याचिका लगाई है, जहां मामला विचाराधीन होने के कारण अब कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उन्हें कोर्ट पर पूरा विश्वास है।
इस दौरान गुरुवार को मीडिया से रू-ब-रू होते हुए पंकज चौधरी ने कहा कि सरकार ने उन्हें स्वतंत्र कर दिया। अब तक वे लोक सेवक के रूप में जनता की निष्पक्ष सेवा कर रहे थे, लेकिन अब समाजसेवक के रूप में जनता के बीच उनकी सेवा करने जाएंगे। वे आने वाले लोक सभा चुनाव में पश्चिमी राजस्थान से चुनाव लड़ेंगे।
इस सीट से लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) चौधरी ने बाड़मेर-जैसलमेर, जालोर-सिरोही, जोधपुर, पाली, नागौर, बीकानेर और गंगानगर-हनुमानगढ़ में से किसी एक स्थान से चुनाव लड़ेंगे। अप्रेल में कहां से और किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे, इसकी घोषणा करेंगे।
सरफरोश फिल्म (Sarfarosh) से प्रेरित होकर चुनी IPS सेवा चौधरी ने यह भी बताया कि उनकी आईपीएस पांचवीं सर्विस थी। सरफरोश फिल्म में हीरो से देश प्रेम की भावना से प्रेरित होकर आईपीएस की सेवा चुनी थी। वर्ष 2009 सिविल सेवा में आने के दौरान 35 मीनिट के इंटरव्यू में कई बार मुझसे पूछा गया, आईएएस छोड़कर आईपीएस क्यों ले रहे हो, तब मेरा जवाब देश की सेवा करना था।
भ्रष्ट अयोग्य अधिकारियों को करेंगे एक्सपोज
मीडिया से रू-ब-रू होते हुए पंकज चौधरी ने एक प्रेस नोट जारी किया, उसमें बताया कि वे प्रत्येक माह एक भ्रष्ट अयोग्य आईएएस और आईपीएस को तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर एक्सपोज करने और शीघ्र कार्रवाई के लिए संबंधित संस्थाओं के खिलाफ दबाव बनाएंगे – गरीब, पीडि़त और असहाय की पीड़ा पर त्वरित कार्य करना, पुलिस की गलत कार्य प्रणाली पर नियंत्रण, भ्रष्ट व अयोग्य पुलिस कर्मियों पर प्रहार और योग्य व ईमानदार पुलिसकर्मियों को सरंक्षण देने के लिए एक प्लेटफार्म तैयार करेंगे।