चारदीवारी में बाजारों के बरामदों में हो रहे अतिक्रमण पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की नाराजगी के बाद शहरी सरकार की नींद खुली। अब शहर के बाजारों से अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम अभियान चलाएगा। इसकी शुरुआत परकोटे से होगी। पहले परकोटे के बाजारों के बरामदे खाली कराकर बाजार को भी अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। इसके लिए परकोटे को एक मॉडल बनाया जाएगाए इसके बाद चारदीवारी के बाहर के बाजारों को भी अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चलेगा।
व्यापारियों ने रख दी शर्त, कहा सडक़ से भी हटाओं अतिक्रमण बरामदों से अतिक्रमण हटाने और व्यापारियों से समझाइश करने के लिए व्यापारियों की बैठक के साथ महापौर विष्णु लाटा व नगर गिनम अधिकारियों की बैैठक हुई। इसमें महापौर विष्णु लाटा व निगम आयुक्त विजयपाल सिंह ने व्यापारियों से बरामदे खाली करने की बात कही। बरामदे खाली नहीं करने पर कार्रवाई करने की भी हीदायत दी। इस पर व्यापारियों ने भी शर्त रख दी कि पहले बरामदों के बाहर सडक़ पर हो रहे अस्थाई अतिक्रमण हटाओ, व्यापारी खुद ही बरामदें खाली कर देंगे। इसके साथ व्यापारियों ने बाजारों की समस्याएं भी गिनाईं।
पहले भी चला अभियान
पहले भी कांग्रेस सरकार के समय वर्ष 1998 व 2008 में भी ऐसे अभियान चले थे। ऑपरेशन पिंक के तहत चारदीवारी में बरामदों से स्थाई व अस्थाई कब्जे हटाए गए थे। इस दौरान चारदीवारी के अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों से भी अस्थायी अतिक्रमण हटाने का बड़ा अभियान चला था। इसके बाद वर्ष 2008 में भी सरकार बनने के बाद ऑपरेशन परकोटा चलाया थाए तब बड़ी संख्या में चारदीवारी से बरामदे खाली करवाने के साथ.साथ पहली बार बड़ी चौपड़ और छोटी चौपड़ के खंदों से अतिक्रमण हटाए गए थे।
पहले भी कांग्रेस सरकार के समय वर्ष 1998 व 2008 में भी ऐसे अभियान चले थे। ऑपरेशन पिंक के तहत चारदीवारी में बरामदों से स्थाई व अस्थाई कब्जे हटाए गए थे। इस दौरान चारदीवारी के अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों से भी अस्थायी अतिक्रमण हटाने का बड़ा अभियान चला था। इसके बाद वर्ष 2008 में भी सरकार बनने के बाद ऑपरेशन परकोटा चलाया थाए तब बड़ी संख्या में चारदीवारी से बरामदे खाली करवाने के साथ.साथ पहली बार बड़ी चौपड़ और छोटी चौपड़ के खंदों से अतिक्रमण हटाए गए थे।