इस रिपोर्ट में बताया गया है कि यूनेस्को को दिए किस कमिटेमेंट पर सरकार ने अब तक क्या क्या काम किया है। दरअसल जयपुर के परकोटा क्षेत्र को संयुक्त राष्ट्र संघ के यूनेस्को की ओर से इस वर्ष 6 जुलाई को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया था।
परकोटे को विश्व धरोहर घोषित करने से पहले यूनेस्को ने राज्य सरकार व जयपुर नगर निगम से कई कमिटमेंट्स भी लिए। इन कमिटमेंट्स को दिसंबर 2020 तक पूरा किया जाना है। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल मामले की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
इन कमिटमेंट्स पर सरकार ने कितना काम किया है। इसकी एक प्रारंम्भिक रिपोर्ट 1 नवम्बर तक यूनेस्को को भेजी जानी है। विश्व धरोहर का दर्जा बनाए रखने के लिए सरकार की ओर से अब तक जो जरूरी कदम कदम उठाए गए हैं,उनमें परकोटे क्षेत्र का ड्रोन सर्वे पूरा किया जा चुका है।
इसके अलावा सर्वे के आधार पर अब बेस मेप तैयार किया जाएगा। अगले वर्ष जनवरी में अंतरराष्ट्रीय कंसलटैंट्स की वर्कशॉप आयोजित की जाएगी, इस वर्कशॉप में स्पेशल एरिया प्लान बनाने की रणनीति तैयार होगी। वहीं हैरिटेज संपत्तियों की सूची बनाने के लिए सरकार संस्था इनटैक की सेवाएं लेगी।