कंपनियां भर रही हैं खजाना,राज्य को हो रहा है नुकसान
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशन के महासचिव कार्तिकेय गौड ने बताया कि तेल कंपनियां दाम बढ़ा कर अपना खजाना भर रही हैं। लेकिन राज्य में पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डीजल सुबह 7 से 12 बजे तक ही मिलता है। जबकि पडौसी राज्यों में पेट्रोल पंप पूरे समय खुल रहे हैं। इस स्थिति में राज्य सरकार को प्रतिदिन आठ से दस करोड़ रुपए वैट का नुकसान हो रहा है। जबकि सरकार खुद कह रही है कि कोरोना नियंत्रण के लिए सरकार को बजट की जरूरत है। जबकि वित्त विभाग के अफसरों को प्रतिदिन होने वाला यह नुकसान नहीं दिख रहा है।
एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशन के महासचिव कार्तिकेय गौड ने बताया कि तेल कंपनियां दाम बढ़ा कर अपना खजाना भर रही हैं। लेकिन राज्य में पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल डीजल सुबह 7 से 12 बजे तक ही मिलता है। जबकि पडौसी राज्यों में पेट्रोल पंप पूरे समय खुल रहे हैं। इस स्थिति में राज्य सरकार को प्रतिदिन आठ से दस करोड़ रुपए वैट का नुकसान हो रहा है। जबकि सरकार खुद कह रही है कि कोरोना नियंत्रण के लिए सरकार को बजट की जरूरत है। जबकि वित्त विभाग के अफसरों को प्रतिदिन होने वाला यह नुकसान नहीं दिख रहा है।
कोरोना की मार पहले से ही,अब करो मंहगाई से मुकाबला प्रदेश में लोग कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं। रोजगार और कामधंधों में कमी आई है और गरीब और मध्यम तबके के लिए लिए मंहगाई से मुकाबला करना होगा। क्योंकि पेट्रोल और डीजल के दाम बढऩे से उनकी आर्थिक स्थिति पर सीधा असर आएगा। डीजल के दाम बढऩे से किराया-भाड़ा मंहगा होगा ।