कलक्टर ने दी मंजूरी, टंकी हटाने में अब भी पेच
जयपुरPublished: Dec 11, 2019 12:37:24 pm
पूर्व में पीएचईडी ने तय की दस लाख रुपए लागत राशि अब घटकर हुई 6 लाख 35 हजार रुपए राशि
जयपुर। राजधानी जयपुर के सबसे पुराने उच्च जलाशय को हटाने की कार्रवाई को जिला कलक्टर ने मंगलवार को मंजूरी दे दी है। लेकिन अब भी जर्जर टंकी हटाने को लेकर जलदाय विभाग में असमंसज की स्थिति बनी हुई है। टंकी हटाने की लागत राशि पूर्व में स्वीकृत राशि से आधी रहने के चलते टंकी हटाने के जारी हुए टेंडर में निजी फर्मों की रूचि कम रहने की संभावना है। ऐसे में फिलहाल उच्च जलाशय हटाने की कार्रवाई की रफ्तार कछुआ चाल ही रहने वाली है।
गौरतलब है कि जलदाय विभाग ने सितंबर 2009 में टंकी हटाने के लिए करीब दस लाख रुपए बजट राशि स्वीकृत की और टेंडर जारी किए लेकिन एक भी फर्म ने टंकी हटाने का जिम्मा लेने में कोई रूचि नहीं दिखाई । निजी फर्मों द्वारा टेंडर में पार्टिसिपेट नहीं करने पर विभाग ने टेंडर फाइल कर दिए । और तभी से लेकर बीते दस साल तक टंकी हटाने का मामला अधरझूल में लटका रहा।
बीते मंगलवार को जयपुर कलक्टर जोगाराम ने टंकी हटाने की मंजूरी दी और विभाग ने टेंडर जारी किया जिसमें टंकी हटाने की बजट राशि 6 लाख 35 हजार रुपए स्वीकृत होना बताया गया है। ऐसे में लागत राशि कम किए जाने पर फिर से टंकी हटाने की कार्रवाई पर अभी से संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
दूसरी तरफ टंकी हटाने के बाद उक्त जगह पर सीडब्लुआर बनाया जाए अथवा नया उच्च जलाशय इसे लेकर आलाधिकारियों में चर्चा शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि उक्त जगह जलदाय विभाग के खाते में है लेकिन टंकी के ठीक नीचे सोडाला एसीपी कार्यालय भवन है ऐसे में जमीन पर कब्जा रखने के साथ जलदाय अफसर सिविल लाइन्स क्षेत्र की जलापूर्ति के लिए नए उच्च जलाशय के निर्माण का भी प्रस्ताव तैयार करने में जुट गए हैं।