जयपुर। शहर के सबसे पुराने ओवरहैड टैंक को हटाने की जलदाय विभाग की कवायद एक बार फिर अटक गई है। टेंडर में शामिल फर्म जयपुर जिले में रजिस्टर्ड नहीं होने के कारण जलदाय विभाग ने फर्म को डीबार कर टेंडर ही फाइल कर दिया हैं वहीं बीते सोमवार को नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। संभवतया आगामी 20 फरवरी को टेंडर खुलने पर फर्म का चयन होगा।
जलदाय विभाग की सूचना के अनुसार बीते जनवरी में सिटी सर्कल ने सिविल लाइन्स स्थित शहर के सबसे पुराने जर्जर हो चुके उच्च जलाशय को हटाने के टेंडर जारी किए। टेंडर में दो फर्मों ने दरें दी लेकिन एक फर्म दस्तावेज पूरे नहीं होने के कारण टेंडर से बाहर हो गई। दूसरी फर्म को नियमानुसार जयपुर जिले में पीएचईडी कार्यालय से रजिस्टर्ड नहीं होने के कारण विभाग ने डीबार कर पूरे टेंडर को ही फाइल कर दिया। ऐसे में उच्च जलाशय को हटाने की प्रक्रिया फिलहाल और आगे खिसक गई है। हालांकि सिटी सर्कल साउथ ने बीते सोमवार को उच्च जलाशय हटाने का नया टेंडर जारी किया है और 20 फरवरी को टेंडर में निजी फर्मों द्वारा डाली गई दरों का खुलासा होना है लेकिन इस सबके बीच फिलहाल अगले दो महीने तो उच्च जलाशय हटाने की प्रक्रिया शुरू होगी इस पर संशय बना हुआ है।
गौरतलब है कि विभाग बीते दस साल में तीन बार सिविल लाइन्स उच्च जलाशय को हटाने के टेंडर जारी कर चुका है लेकिन तकनीकी कारणों से अब तक बीते दस साल में विभाग टंकी हटाने में सफल नहीं हो सका है।
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