राज्यों व विवि से २० तक मांगे सुझाव
विश् वविद्यालय अनुदान आयोग के सचिव प्रो रजनीश जैन की ओर से नेशनल अकेडमिक क्रेडिट बैंक योजना राज्यों और विश्वविद्यालयों से साझा की गई है। आयोग योजना पर उनसे २० दिसबंर तक सुझाव मांगें है।
नौकरी की योग्यता में डिग्री संग जुड़ेगे क्रेडिट प्वाइंट
अभी तक नौकरी की योग्यता के विज्ञापन में डिग्री के साथ पहली , दूसरी व तीसरी श्रेणी की शर्त होती है। विश् विद्यालयों में योजना शुरू होने के बाद भविष्य में नौकरी की योग्यता में क्रेडिट प्वाइंट भी जुड़ेगे। नौकरी के विज्ञापनों में डिग्री के साथ क्रेडिट प्वाइंट की परख होगी। इसका मकसद उम्मीदवार की बहुमुखी प्रतिभा को परखना होगा।
नेशनल एकेडमिक के्रेडिट बैंक ऐसे करेगा काम
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक नेशनल एकेडमिक क्रेडिट बैंक में स् नातक प्रोग्राम में दाखिला लेने वाले सभी छात्रों को रजिस्टे्रशन नंबर होगा। स् नातक प्रोग्राम के लिए १३२ से १३८ क्रेडिट होते है। जैसे ही छात्र स् नातक डिग्री हासिल करेगा तो उसके अकाउंट में क्रेडिट ट्रांसफर हो जाएंगे। इसके बाद छात्र डिप्लोमा या सर्टिफिकेअ कोर्स करता है तो उसके आधार पर क्रेडिट ट्रांसफर होते रहेंगे। शुरूआत स् नातक प्रोग्राम से हो रही है। इसके बाद स् नातकोत्तर प्रोग्राम भी जुड़ेगा।